जयपुर. प्रदेश में वर्ष 2019 के प्रथम दो माह जनवरी और फरवरी में अपराध के आंकड़ों में हुई बढ़ोतरी को डीजीपी कपिल गर्ग पुलिस का फेलियर नहीं मानते हुए इसे एक खुशी की बात और उपलब्धि बता रहे हैं. डीजीपी कपिल गर्ग ने कहा कि देश को आजाद हुए 71 वर्ष हो चुके हैं और अभी भी यदि कोई व्यक्ति पुलिस थाने जाता है और उसकी एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो यह हमारे लिए एक शर्मनाक बात है और सोचनीय विषय भी. प्रदेश में एफआईआर दर्ज हो रही है, जिसके चलते अपराध दर्ज होने के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है और यह पुलिस के लिए एक गर्व की बात है.
डीजीपी कपिल गर्ग ने कहा कि अपराध दर्ज होने से आंकड़ों में हो रही बढ़ोतरी से मुझे खुशी मिली है और आंकड़ों में हुई बढ़ोतरी को मैं पुलिस की कमजोरी ना मानते हुए पुलिस की उपलब्धि मानता हूं. डीजीपी गर्ग ने कहा कि किसी भी पीड़ित को न्याय दिलाने का सबसे पहला स्टेप है कि उस पीड़ित की एफआईआर दर्ज हो और मुझे फक्र है कि हमारे प्रदेश में एफआईआर दर्ज हो रही है. डीजीपी ने कहा कि आंकड़ों से अपराध नियंत्रण नहीं होता, बल्कि अपराध ग्राउंड पर अपराध की घटनाओं में रोकथाम लगने से होता है. डीजीपी ने कहा कि वह आंकड़ेबाजी से प्रभावित नहीं होते बल्कि उन्हें खुशी मिली है कि प्रदेश में अपराधों के दर्ज होने के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है.