जयपुर. राजस्थान की धरती एक ओर शाही जोड़ी की गवाह बनी. जयपुर में शुक्रवार को दो राज परिवार रिश्तों के बंधन में बंध गए. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य और आमेट राजघराने की राजकुमारी सुदर्शना सिंह सात फेरों के बंधन में बंध चुके हैं.
पारंपरिक रीति रिवाज से दोनों की शादी राजस्थान की राजधानी जयपुर के कानोता गढ़ में हुई. इस शाही जोड़े की शादी में कई आम और खास मेहमानों ने शिरकत की जिसमें कई राजनेताओं के साथ उद्योगपति और फिल्मी सितारे भी शामिल थे. शादी में दोनों ही परिवार के लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा पहनी जहां दूल्हा विक्रमादित्य सिंह राजपूती अचकन में दिखाई दिए तो वही सुदर्शना सिंह ने राजपूती जुड़ा पहन शादी की.
इससे पहले अपने शाही लवाजमें के साथ विक्रमादित्य सिंह कानोता गढ़ पैलेस बरात लेकर पहुंचे. बारात में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी मित्रों के साथ ही कई पूर्व राजघरानों के सदस्य भी मौजूद थे. बता दें कि इससे पहले शुक्रवार सुबह नारायणगढ़ पैलेस में मेवाड़ का राजपरिवार तिलक लगाने पहुंचा. शाही अंदाज में विवाह से पहले ही रस्में पूरी की गईं. इस विवाह समारोह में शामिल होने के लिए कई राज परिवार जयपुर पहुंचे.
विक्रमादित्य सिंह का 24 अक्टूबर को रोका हुआ था. रोका की रस्म उदयपुर में एक सादे समारोह में हुई थी. राजकुमारी सुदर्शना सिंह ने मुंबई के सोफिया कॉलेज से सोशियोलॉजी में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है. उन्होंने इंटीरियर डिजाइनिंग का भी कोर्स किया है. उनका संबंध राजस्थान में मेवाड़ के तहत आमेट रियासत से है. विक्रमादित्य सिंह के विवाह के बाद छह जगह रिसेप्शन दी जा रही है. इसके लिए भाजपा और कांग्रेस नेताओं, अफसरों और नजदीकियों को बाकायदा निमंत्रण कार्ड वितरित किए जा चुके हैं तो वही दिल्ली में 17 मार्च को रिसेप्शन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव प्रियंका वाड्रा सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी दिल्ली की रिसेप्शन का कार्ड भेजा गया है. पीटर हाफ में मुख्यमंत्री जयराम, शांता, धूमल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर सहित कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों, विधायकों, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया है. रामपुर में 12 मार्च, सुन्नी 13 मार्च, बनूटी 14 मार्च, शिमला पीटर हॉफ 15 मार्च, दिल्ली 17 मार्च और 20 को कुनिहार में रिसेप्शन होगा. आपको बता दे की हिमाचल प्रदेश में अर्की राजघराने का संबंध पहले से ही उदयपुर राजघराने से रहा है. अब यह बुशैहर रियासत के वारिस विक्रमादित्य सिंह का भी इस घराने से संबंध जुड़ने जा रहा है.