जयपुर. हेरिटेज नगर निगम की कमेटियों का मुद्दा गर्माता देख दो अलग-अलग धुरी वाले कांग्रेस के नेताओं (Heritage nigam Councillors on Protest) ने सोमवार को एक-दूसरे से मुलाकात की. बीते दिनों मंत्री महेश जोशी को गुलाम कहने वाले मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास उनके आवास पर पहुंचे और यहां कमेटियों के गठन को लेकर आपस में चर्चा की. हेरिटेज निगम मुख्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने महापौर और उपमहापौर को सीट पर नहीं बैठने देने की चेतावनी दी. वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस सरकार से धोखा खाए पार्षदों को अपनी पार्टी में आमंत्रित किया.
हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र के 5 विधायकों में 4 विधायक कांग्रेस से हैं. इनमें दो सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं. इनमें हवामहल क्षेत्र से मंत्री महेश जोशी, सिविल लाइंस क्षेत्र से मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के अलावा आदर्श नगर से विधायक रफीक खान और किशनपोल से विधायक अमीन कागजी हैं. चारों विधायकों में हेरिटेज नगर निगम में संचालन समितियों के गठन को लेकर एकराय नहीं बन रही है. ऐसे में 2 साल बीतने के बाद अब कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. अब विधायकों के बजाय मुख्यमंत्री का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार हैं.
महेश जोशी से की मुलाकात : इस पर मंत्री सिंह खाचरियावास ने दो टूक शब्दों में कहा कि जयपुर में हेरिटेज नगर निगम की कमेटियां न तो मुख्यमंत्री को बनानी है, न यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को. ये कमेटियां उन्हें ही बनानी हैं. ये जयपुर का मामला है. जयपुर कांग्रेस के विधायक और जयपुर कांग्रेस का संगठन इतना सक्षम है, कमेटियां वो ही बनाएंगे. इस संबंध में खाचरियावास ने सोमवार को मंत्री महेश जोशी से मुलाकात भी की.
हालांकि कैबिनेट मंत्री का ये बयान कांग्रेस पार्षदों को रास नहीं आया. ऐसे में उन्होंने अब सख्त रुख अख्तियार (Khachariyawas met Mahesh Joshi) करते हुए महापौर और उपमहापौर को भी काम छोड़कर उनके साथ बैठने की नसीहत दी है. अन्यथा उन्हें कुर्सी पर भी नहीं बैठने देने की चेतावनी दी है. किशनपोल विधानसभा से आने वाले कांग्रेस पार्षद शोएब मुबारक ने कहा कि 6 दिन बाद भी अब तक कोई माकूल जवाब नहीं दिया गया है. ऐसे में अब बुधवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
पार्षदों के दर्द महसूस नहीं कर रहे : यदि निगम मुख्यालय में महापौर और उपमहापौर आते हैं, तो उन्हें उनकी सीट पर भी (Councillors on Protest on Formation of Committees) नहीं बैठने देंगे. वहीं हवामहल विधानसभा से आने वाले कांग्रेस पार्षद अब्दुल वहीद ने कहा कि विधायक, महापौर, उपमहापौर धरना स्थल तक आए. लेकिन उनका सपोर्ट नहीं मिल पा रहा. महापौर और उपमहापौर भी उन्हीं के परिवार का हिस्सा है, लेकिन वो पार्षदों के दर्द महसूस नहीं कर रहे.
हालांकि, इस धरने से सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र के पार्षदों ने भी दूरी बनाई हुई है. इस पर आदर्श नगर विधानसभा से आने वाले वरिष्ठ पार्षद उमर दराज ने कहा कि ये लड़ाई सारे पार्षदों की हित की है. जो व्यक्ति अपने हित की लड़ाई नहीं लड़ सकता वो जनता की लड़ाई क्या लड़ेगा. जहां तक बीजेपी पार्षदों से संपर्क का सवाल है, तो वो यहां सिर्फ कुशलक्षेम पूछने के लिए आए थे. ठीक उसी तरह जिस तरह उनके विधायक और महापौर आए थे. लेकिन दुख इस बात का है कि उनके लोग उनकी पीड़ा को नहीं समझ पा रहे.
उधर, बीजेपी से मेयर प्रत्याशी रही कुसुम यादव ने इन पार्षदों का बीजेपी में स्वागत की बात कही है. उन्होंने कहा कि हेरिटेज निगम मुख्यालय में कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद धरने पर बैठे हैं. लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही. जिन पार्षदों ने उन पर यकीन किया, उनके साथ ही कांग्रेस धोखा कर रही है. उन्होंने निर्दलीय और कांग्रेसी पार्षदों से अपील करते हुए कहा कि यदि उनकी सुनवाई कांग्रेस में नहीं हो रही है, तो उनका भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है. उन्होंने कहा कि जिन पार्षदों ने कांग्रेस पर विश्वास किया, उनके साथ उन्होंने विश्वासघात किया. बीजेपी के पार्षदों को तो कांग्रेस सरकार से उम्मीद ही नहीं रखनी चाहिए.