जयपुर. कांग्रेस विधायकों के साथ आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का फीडबैक संवाद कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से पायलट कैंप के विधायकों को जिस तरह से इंट्रोड्यूज करवाया गया उससे वे नाराज गए. दरअसल हुआ यह कि पायलट कैम्प के विधायक राकेश पारीक ओर हरीश मीना संवाद कार्यक्रम में पहुंचे तो डोटासरा ने रंधावा से विधायकों को यह कहकर मिलवाया कि ये वही विधायक हैं जो मानेसर गए थे.
रंधावा के सामने ये बात कही तो विधायकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हां हम मानेसर गए थे, लेकिन आलाकमान के सामने अपनी बात रखने और वहीं पर हमसे मिलने के लिए अहमद पटेल, प्रियंका गांधी भी आए थे. इस दौरान विधायक हरीश मीणा ने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो इस बार सरकार रिपीट होना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा. मामले को भांपते हुए प्रभारी रंधावा ने बाद में विधायकों से अकेले में चर्चा की.
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साल 2020 में पूर्व डिप्टी सीएम और उनके समर्थक विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बगावत कर दी थी. सभी विधायक भी सचिन पायलट के साथ मानेसर चले गए थे. पायलट के साथ जाने वालों में हरीश मीणा, राकेश पारीक भी शामिल थे. जब इस तरह की चर्चा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से छेड़ दी गई तो विधायकों ने प्रभारी के सामने ही अपनी नाराजगी जता दी जिसके बाद रंधावा ने उनका समझाकर बातचीत की.