जयपुर. हर साल की तरह एक बार फिर राजस्थान विश्वविद्यालय गुलदाउदी से गुलजार हुआ. 40 से ज्यादा वैरायटी के (Guldaudi exhibition at Rajasthan University) गुलदाउदी के साथ दो दिवसीय गुलदाउदी प्रदर्शनी की शुरुआत हुई. एडीजी उमेश मिश्रा और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरि प्रसाद ने गुलदाउदी की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.
राजस्थान विश्वविद्यालय में मंगलवार से 37वीं गुलदाउदी की प्रदर्शनी शुरू हो गई. विश्वविद्यालय कैंपस में बनी नर्सरी में गुलदाउदी के पौधों को निहारने के लिए पहले दिन बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक सहित शहरवासी पहुंचे. नर्सरी इंचार्ज प्रो. रामवतार शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में गुलदाउदी के 6 ग्रुप की करीब 40 से 45 किस्मों के 3700 पौधे तैयार किए गए हैं. इसमें से कुछ कलियों को कोलकाता से मंगाया गया है. जबकि बाकी सभी ग्रुप और किस्में यहां पर ही तैयार की गई है. दो दिन प्रदर्शनी जारी रही रहेगी, इसके बाद एक दिसंबर से गुलदाउदी के पौधों को आमजन को बेचा जाएगा. गुरुवार को सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक पौधे बेचे जाएंगे. एक गुलदाउदी के पौधे की कीमत 100 रुपए रखी गई है.
प्रो. रामवतार शर्मा ने बताया कि यहां गुलदाउदी के 14 रंग के फूल देखने को मिलेंगे. इसमें सफेद, पीले और लाल (Variety of Guldaudi in RU) प्रमुख हैं. इन फूलों में किसी तरह की गंध नहीं होती. चूंकि ये एक सीजनल पौधा है ऐसे में जब ये सूख जाता है तो इसमें कुछ गंध जरूर आती है और कुछ लोग इसके सूख जाने के बाद ग्रीन टी के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं. यहां पहले आओ पहले पाओ के नियम से गुलदाउदी फूल वाले गमले खरीदे जा सकेंगे.