जयपुर. प्रदेश में विद्या संबल योजना को स्थगित किए जाने के बावजूद संस्कृत शिक्षा विभाग के स्कूलों में गेस्ट फैकेल्टी के लिए आवेदन लिए जा रहे थे. इस पर अब संस्कृत शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए प्रदेश के संस्कृत शिक्षा विभाग के स्कूलों में रिक्त पड़े करीब ढाई हजार पदों (guest faculty appointment ban in Sanskrit schools) पर गेस्ट फैकल्टी लगाने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. प्रदेश के सामान्य सरकारी स्कूलों के बाद अब जाकर संस्कृत विद्यालयों में भी विद्या संबल योजना को स्थगित किया गया है. इसमें कुछ खामियों का हवाला देते हुए वित्त विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है.
प्रदेश के बेरोजगारों के लिए राज्य सरकार ने विद्या संबल योजना के द्वार भी पूरी तरह से बंद कर दिए हैं. राज्य सरकार की ओर से सामान्य शिक्षा में करीब 93 हजार रिक्त पदों पर गेस्ट फैकल्टी लगाई जानी थी. लेकिन आरक्षण और स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने जैसे प्रकरणों को लेकर विद्या संबल योजना को स्थगित करते हुए इस संबंध में वित्त विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है.
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इसी क्रम में संस्कृत शिक्षा नि देशालय के 1800 स्कूलों में रिक्त पड़े करीब ढाई हजार पदों पर गेस्ट फैकल्टी लगाने की प्रक्रिया पर रोक लगई थी, लेकिन विभाग गेस्ट फैकल्टी के लिए आवेदन लेता रहा, हालांकि अब जाकर निदेशालय की ओर से स्पष्ट आदेश जारी करते हुए विद्या संबल प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है. ऐसे में उन 50 हजार से ज्यादा बेरोजगारों का इंतजार बढ़ गया है जिन्होंने संस्कृत विद्यालयों में गेस्ट फैकेल्टी के लिए आवेदन किया था.
प्रदेश के स्कूलों में विद्या संबल योजना के तहत सामान्य स्कूलों और संस्कृत शिक्षा के स्कूलों में गेस्ट फैकल्टी के भर्ती के आदेश एक साथ निकाले गए थे, लेकिन राज्य सरकार की ओर से योजना पर रोक लगाने के बावजूद संस्कृत शिक्षा निदेशालय की ओर से गेस्ट फैकेल्टी के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी रखी गई थी जिस पर अब रोक लगा दी गई है.