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रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, जयपुर रेलवे स्टेशन पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म

रेलवे स्टेशन पर जल्द ही दो और नए प्लेटफॉर्म बनेंगे. नई तकनीकी युक्त सिग्नल प्रणाली से ट्रेने संचालित होगीं. वही यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी भी की जाएगी. इसके लिए उत्तर पश्चिमी रेलवे प्रशासन की ओर से यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य शुरु किया जा रहा है.

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Published : Aug 7, 2019, 3:19 AM IST

Updated : Aug 7, 2019, 4:14 AM IST

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जयपुर. रेलवे स्टेशन पर जल्द ही दो और नए प्लेटफॉर्म बनेगें. नई तकनीक युक्त सिग्नल प्रणाली के तहत दो अतिरिक्त प्लेटफार्म उपलब्ध होंगे. वहीं जयपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में विस्तार करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य भी किया जा रहा है.

जयपुर रेलवे स्टेशन पर 14 अगस्त तक फ्री नॉन इंटरलॉकिंग और 15 अगस्त से 25 अगस्त तक नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा. इसके बाद 3 सितंबर तक पोस्ट इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा.

जयपुर रेलवे पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि यार्ड रीमॉडलिंग में उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करके यार्ड में वर्तमान लेआउट में परिवर्तन कर परिचालन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. जिससे ट्रेनों का सुगम परिचालन और समय पालनता सुनिश्चित कर यात्रियों को अच्छी रेल सुविधाएं प्राप्त हो सके.

आपको बता दे कि जयपुर स्टेशन पर ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग कार्य किया जा रहा है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य सीकर-रींगस से आ रही नई लाइन को अन्य मौजूदा लाइनों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा. इस कार्य को करने के लिए मौजूदा लाइनों पर रेल संचालन को बंद कर क्रॉसओवर, सिगनल सिस्टम, प्वाइंट्स के माध्यम से आपस में जोड़ा जाएगा. वहीं मौजूदा लाइनों को कुछ समय के लिए बंद किए जाने से ट्रेनों के संचालन पर भी प्रभाव पड़ेगा. रेलवे ने प्रयास किया है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो. इसके लिए विभिन्न स्तरों पर समीक्षा की गई है और सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों को परिवहन में कोई असुविधा ना हो.

रेलवे ने कहा है कि अति आवश्यक होने पर ही गाड़ियों को रद्द किया जाएगा. इसी को ध्यान में रखकर 71 ट्रेनों को रद्द, 62 ट्रेनों को आंशिक रद्द, 29 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन और 10 ट्रेनों को रेगुलेट किया गया है.
इस तकनीक की मदद से जयपुर स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग से दो अतिरिक्त प्लेटफार्म सभी लाइनों से जुड़ जाएंगे और जयपुर स्टेशन पर वर्तमान के पांच से बढ़कर सात प्लेटफॉर्म उपलब्ध हो जाएंगे. जिससे ट्रेनों को आउटडोर पर प्लेटफॉर्म के खाली होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

साथ ही अजमेर पुलिया से हसनपुरा यार्ड तक आने वाली दौसा जयपुर डबल लाइन के लिए नया ट्रैक डालने के लिए सिविल लाइन रेलवे फाटक अजमेर पुलिया, हसनपुरा पुलिया के मध्य ट्रैक को स्लीव किया जाएगा.

यह भी पढ़े: सुषमा स्वराज का AIIMS में निधन, लंबे समय से थीं बीमार

इस कार्य के होने से दोसा से जयपुर यार्ड तक डबल लाइन उपलब्ध हो जाएगी. जिससे जयपुर से दिल्ली और सवाई माधोपुर की ओर जाने वाली लाइनों पर ट्रेनों का एक साथ संचालन किया जा सकेगा. इसके साथ-साथ जयपुर यार्ड रीमॉडलिंग से जयपुर में रींगस सीकर के लिए सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध हो जाएगी और रेवाड़ी दिल्ली के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा.

जयपुर. रेलवे स्टेशन पर जल्द ही दो और नए प्लेटफॉर्म बनेगें. नई तकनीक युक्त सिग्नल प्रणाली के तहत दो अतिरिक्त प्लेटफार्म उपलब्ध होंगे. वहीं जयपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में विस्तार करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य भी किया जा रहा है.

जयपुर रेलवे स्टेशन पर 14 अगस्त तक फ्री नॉन इंटरलॉकिंग और 15 अगस्त से 25 अगस्त तक नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा. इसके बाद 3 सितंबर तक पोस्ट इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा.

जयपुर रेलवे पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि यार्ड रीमॉडलिंग में उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करके यार्ड में वर्तमान लेआउट में परिवर्तन कर परिचालन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. जिससे ट्रेनों का सुगम परिचालन और समय पालनता सुनिश्चित कर यात्रियों को अच्छी रेल सुविधाएं प्राप्त हो सके.

आपको बता दे कि जयपुर स्टेशन पर ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग कार्य किया जा रहा है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य सीकर-रींगस से आ रही नई लाइन को अन्य मौजूदा लाइनों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा. इस कार्य को करने के लिए मौजूदा लाइनों पर रेल संचालन को बंद कर क्रॉसओवर, सिगनल सिस्टम, प्वाइंट्स के माध्यम से आपस में जोड़ा जाएगा. वहीं मौजूदा लाइनों को कुछ समय के लिए बंद किए जाने से ट्रेनों के संचालन पर भी प्रभाव पड़ेगा. रेलवे ने प्रयास किया है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो. इसके लिए विभिन्न स्तरों पर समीक्षा की गई है और सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों को परिवहन में कोई असुविधा ना हो.

रेलवे ने कहा है कि अति आवश्यक होने पर ही गाड़ियों को रद्द किया जाएगा. इसी को ध्यान में रखकर 71 ट्रेनों को रद्द, 62 ट्रेनों को आंशिक रद्द, 29 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन और 10 ट्रेनों को रेगुलेट किया गया है.
इस तकनीक की मदद से जयपुर स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग से दो अतिरिक्त प्लेटफार्म सभी लाइनों से जुड़ जाएंगे और जयपुर स्टेशन पर वर्तमान के पांच से बढ़कर सात प्लेटफॉर्म उपलब्ध हो जाएंगे. जिससे ट्रेनों को आउटडोर पर प्लेटफॉर्म के खाली होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

साथ ही अजमेर पुलिया से हसनपुरा यार्ड तक आने वाली दौसा जयपुर डबल लाइन के लिए नया ट्रैक डालने के लिए सिविल लाइन रेलवे फाटक अजमेर पुलिया, हसनपुरा पुलिया के मध्य ट्रैक को स्लीव किया जाएगा.

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इस कार्य के होने से दोसा से जयपुर यार्ड तक डबल लाइन उपलब्ध हो जाएगी. जिससे जयपुर से दिल्ली और सवाई माधोपुर की ओर जाने वाली लाइनों पर ट्रेनों का एक साथ संचालन किया जा सकेगा. इसके साथ-साथ जयपुर यार्ड रीमॉडलिंग से जयपुर में रींगस सीकर के लिए सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध हो जाएगी और रेवाड़ी दिल्ली के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा.

Intro:जयपुर
एंकर- जयपुर रेलवे स्टेशन पर नई तकनीक युक्त सिग्नल प्रणाली और दो अतिरिक्त प्लेटफार्म उपलब्ध होंगे। जयपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में विस्तार करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य किया जा रहा है।


Body:जयपुर रेलवे स्टेशन पर 14 अगस्त तक फ्री नॉन इंटरलॉकिंग और 15 अगस्त से 25 अगस्त तक नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा। इसके बाद 3 सितंबर तक पोस्ट इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि यार्ड रीमॉडलिंग में उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करके यार्ड में वर्तमान लेआउट में परिवर्तन कर परिचालन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। जिससे ट्रेनों का सुगम परिचालन और समय पालनता सुनिश्चित कर यात्रियों को अच्छी रेल सुविधाएं प्राप्त हो सके।
जयपुर स्टेशन पर ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने के लिए यार्ड रिमॉडलिंग कार्य किया जा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य सीकर-रींगस से आ रही नई लाइन को अन्य मौजूदा लाइनों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। इस कार्य को करने के लिए मौजूदा लाइनों पर रेल संचालन को बंद कर क्रॉसओवर, सिगनल सिस्टम, प्वाइंट्स के माध्यम से आपस में जोड़ा जाएगा। मौजूदा लाइनों को कुछ समय के लिए बंद किए जाने से ट्रेनों के संचालन पर भी प्रभाव पड़ेगा। इसके लिए रेलवे ने प्रयास किया है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर समीक्षा की गई है और सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों को परिवहन में कोई असुविधा ना हो। कम से कम और अति आवश्यक होने पर ही गाड़ियों को रद्द, आंशिक रद्द और मार्ग परिवर्तित किए जाएंगे। इसी को ध्यान में रखकर 71 ट्रेनों को रद्द, 62 ट्रेनों को आंशिक रद्द, 29 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन और 10 ट्रेनों को रेगुलेट किया गया है।
जयपुर स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग से दो अतिरिक्त प्लेटफार्म सभी लाइनों से जुड़ जाएंगे। और जयपुर स्टेशन पर वर्तमान के 5 से बढ़कर 7 प्लेटफॉर्म उपलब्ध हो जाएंगे। जिससे अभी तक ट्रेनें आउटडोर पर प्लेटफॉर्म के खाली होने का इंतजार में खड़ी रहती थी। इसके बाद अब खड़ा नहीं रहना पड़ेगा और समय की बचत होगी।
साथ ही अजमेर पुलिया से हसनपुरा यार्ड तक आने वाली दौसा जयपुर डबल लाइन के लिए नया ट्रैक डालने के लिए जगह बनाने के लिए सिविल लाइन रेलवे फाटक अजमेर पुलिया, हसनपुरा पुलिया के मध्य ट्रैक को स्लीव किया जाएगा। इस कार्य के होने से दोसा से जयपुर यार्ड तक डबल लाइन उपलब्ध हो जाएगी। जयपुर से दिल्ली और सवाई माधोपुर की ओर जाने वाली लाइनों पर ट्रेनों का एक साथ संचालन किया जा सकेगा। इसके साथ-साथ जयपुर यार्ड रीमॉडलिंग से जयपुर में रींगस सीकर के लिए सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध हो जाएगी और रेवाड़ी दिल्ली के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा।




Conclusion:
Last Updated : Aug 7, 2019, 4:14 AM IST
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