जयपुर. प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक जयपुर के संभागीय आयुक्त समित शर्मा को पाली के स्थान पर अब अलवर का प्रभारी सचिव बनाया गया है. समित शर्मा से पहले अलवर में प्रभारी सचिव नियुक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सोमनाथ मिश्रा 30 नवंबर को सेवानिवृत हो चुके हैं.
वहीं, नागौर के प्रभारी सचिव रहे नरेश पाल गंगवार के केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने के चलते अजमेर की संभागीय आयुक्त डॉ. वीना प्रधान को नागौर का प्रभारी सचिव नियुक्त किया गया है. IAS अधिकारी डॉ. आरूषि अजय मलिक को भीलवाड़ा के स्थान पर बारां का प्रभारी सचिव नियुक्त किया गया है. IAS श्रेया गुहा को पाली और IAS कुंजीलाल मीणा को भीलवाड़ा का जिला प्रभारी सचिव नियुक्त किया गया है. बता दें, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग की ओर से पिछले साल जून में नियुक्त किए गए जिला प्रभारी सचिवों की सूची में यह बदलाव किया है. सरकार का दो साल का कार्यकाल गुरूवार को पूरा होने जा रहा है.
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जल नमूनों की जांच अब 600 रुपए में हो सकेगी...
जल स्रोतों के नमूनों की जांच के लिए अब कम राशि देनी होगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निजी जल स्रोतों के नमूनों की रासायनिक एवं जीवाणु जांच की दर की जांच एक हजार रुपए से घटाकर 600 रुपए करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. गहलोत के इस निर्णय से पेयजल नमूनों की जांच को प्रोत्साहन मिलेगा और लोगों को स्वच्छ जल आपूर्ति हो सकेगी. बता दे, पेयजल की शुद्धता के लिए नमूनों में पीएच के स्तर, एल्कलाइन मात्रा, क्लोराइड, सल्फेट, आयरन, आर्सेनिक, फ्लोराइड, कोलिफॉर्म, ई-कोलाई सहित अन्य जीवाणुओं, टीडीएस, गंध, रंग इत्यादि की जांच की जाती है.