जयपुर. राजधानी के सांगानेर थाना इलाके में एक युवक को राजस्थान रोडवेज में परिचालक की नौकरी लगाने का झांसा देकर 3 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. ठग ने फर्जी दस्तावेज और नियुक्ति पत्र थमा ठगी की इस पूरी वारदात को अंजाम दिया. ठगी की वारदात को लेकर चित्रकूट कॉलोनी निवासी नंदकिशोर शर्मा ने शुक्रवार रात पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है.
प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि अक्टूबर महीने में नंदकिशोर की मुलाकात भीलवाड़ा निवासी रहीश मोहम्मद से हुई. रहीश ने कई मंत्रियों व अधिकारियों से अपनी जान पहचान होने की बात कही और राजस्थान रोडवेज में नौकरी लगाने का आश्वासन दिया. उसने बताया कि वह पूर्व में भी कई लोगों की सरकारी नौकरी लगवा चुका है और उसके द्वारा करवाया गया काम पक्का होता है. इस तरह से रहीश ने परिवादी को अपनी बातों के जाल में फंसा लिया और परिवादी सरकारी नौकरी पाने के लिए तैयार हो गया.
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नौकरी नहीं लगने पर राशि वापस देने का किया वादा: रहीश ने परिवादी की राजस्थान रोडवेज में परिचालक की नौकरी लगाने के लिए 3 लाख रुपए की डिमांड की. साथ ही परिवादी को यह विश्वास भी दिलाया कि यदि उसकी नौकरी नहीं लगती है, तो ली हुई पूरी राशि उसे वापस कर दी जाएगी. रहीश की बातों पर विश्वास करके परिवादी ने उसे अलग-अलग टुकड़ों में 3 लाख रुपए की राशि दे दी. दिसंबर महीने में परिवादी ने जब नौकरी के सिलसिले में रहीश से बात की, तो उसने फर्जी दस्तावेज व नियुक्ति पत्र बनाकर परिवादी को दे दिए.
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जब परिवादी राजस्थान रोडवेज के कार्यालय पहुंचा तब जाकर उसे दस्तावेजों के फर्जी होने का पता चला. इस पर जब उसने रहीश से संपर्क किया तो रहीश ने अपनी गलती मानते हुए उसे पूरी राशि वापस लौटाने का आश्वासन दिया. पहले तो रहीश जल्द पूरी राशि लौटाने की बात कहता रहा और बाद में उसने राशि लौटाने से साफ इनकार कर दिया. इस तरह से ठगी का शिकार होने के बाद परिवादी ने शुक्रवार रात सांगानेर थाने पहुंच ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है और आरोपी की तलाश की जा रही है.