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राजस्थान में चार कोचिंग छात्रों ने की खुदकुशी...तीन कोटा में, एक ने भरतपुर में दी जान

राजस्थान में सोमवार का दिन कोचिंग छात्रों के लिए काल साबित हुआ. प्रदेश में एक के बाद एक चार कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या कर ली. (Students died by suicide in Rajasthan) कोटा में जहां तीन छात्रों ने सुसाइड कर लिया तो वहीं भरतपुर में भी एक कोचिंग छात्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.

Suicide Case in Rajasthan
Suicide Case in Rajasthan
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Published : Dec 12, 2022, 7:50 PM IST

जयपुर. राजस्थान में चार कोचिंग छात्रों ने मौत को गले लगा लिया. प्रदेश में चार कोचिंग छात्रों ने अपने कमरे में ही (Students died by suicide in Rajasthan) आत्महत्या कर ली. कोटा में कोचिंग पढ़ने वाले तीन छात्रों ने अपने कमरे में ही खुदकुशी कर ली तो वहीं भरतपुर में भी एक मेडिकल स्टूडेंट ने अपनी जान दे दी. एक दिन में चार छात्रों के आत्महत्या करने की घटना से लोग स्तब्ध हैं. छात्रों के सुसाइड के बढ़ते मामले कई सवाल खड़े करते हैं. परिजन भी छात्रों के इस आत्मघाती कदम से आहत हैं.

कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने की खुदकुशी
कोटा जिले में मेडिकल की तैयारी कर रहे दो कोचिंग छात्रों के सुसाइड करने (Two coaching students committed suicide) का मामला सामने आया है. दोनों कोचिंग छात्र बिहार के रहने वाले थे और राधा कृष्ण मंदिर के नजदीक तलवंडी इलाके में एक पीजी में रहते थे. इन दोनों छात्रों के रूम भी नजदीक ही थे. एक छात्र एक नंबर रूम में रहता था, जबकि दूसरा दो नंबर रूम में रहता था. दोनों ने सुसाइड क्यों किया, इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है.

घटना की जानकारी मिलने के बाद आला पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. एफएसएल टीम को भी पड़ताल के लिए मौके पर बुलाया गया है. आत्महत्या करने वाले छात्रों के नाम उज्ज्वल कुमार और अंकुश बताए (Two coaching students hanged in Kota) गए हैं. मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने बताया कि शवों को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया है. इस संबंध में परिजनों को भी सूचना दी गई है. आला अधिकारी मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं.

पढ़ें. राजस्थान: कर्ज से परेशान युवक ने फंदा लगा की आत्महत्या, मामला दर्ज

कोटा में NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने की खुदकुशी

कोटा शहर के कुन्हाड़ी इलाके में रविवार की रात एक 17 वर्षीय छात्र ने खुदकुशी कर (student resident of Shivpuri MP committed suicide ) ली. मृतक छात्र बीते दो सालों से यहां रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का रहने वाला था. बताया गया कि छात्र बेसुध होकर हॉस्टल की गलियारे में पड़ा था. वहीं, रविवार देर रात करीब 2 बजे के आसपास इसकी सूचना हॉस्टल संचालक और वार्डन को हुई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में ले जाया (suicide by consuming rat poison in Kota) गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

इसके बाद मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. साथ ही उक्त घटना की सूचना छात्र के परिजनों को दी गई. जिसके बाद परिजन सोमवार सुबह कोटा पहुंचे (NEET aspirant commits suicide in Kota) और शव का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस की मानें तो फिलहाल तक खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है और न ही छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ है.

कुन्हाड़ी थाने के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मोहम्मद यूनुस ने बताया कि मृतक छात्र की शिनाख्त प्रणव वर्मा (17) के रूप में हुई है, जो कोटा के लैंडमार्क इलाके के कृष्णा रेजीडेंसी में रहता था. हालांकि, छात्र मूल रूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के मनियार टोल टैक्स इलाके का निवासी था और बीते दो सालों से यहां रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था.

उन्होंने बताया कि छात्र रविवार देर रात 2 बजे अपने हॉस्टल के बाहर गलियारे में बेसुध हालत में पड़ा मिला था और वो तेज सांस ले रहा था. लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था. इसकी सूचना के बाद जब हॉस्टल संचालक और अन्य साथी उसे एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.घटना से मृतक छात्र के परिजन भी स्तब्ध थे. लगातार परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था.

पढ़ें. मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रही छात्रा ने किया सुसाइड, नंबर कम आने से थी अवसाद में

भरतपुर में मेडिकल कॉलेज छात्र ने की आत्महत्या
मेडिकल कॉलेज भरतपुर में सोमवार को एक एमबीबीएस स्टूडेंट ने हॉस्टल के रूम में (MBBS Student Suicide) खुदकुशी कर ली. मेडिकल स्टूडेंट वर्ष 2018 बैच का फाइनल इयर का छात्र था. जानकारी के अनुसार भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रहने वाले अलवर जिले के बानसूर निवासी एमबीबीएस स्टूडेंट सुरेंद्र कुमार ने हॉस्टल के रूम में सोमवार दोपहर (MBBS Student suicide in Hostel room) अपनी जान दे दी.

जैसे ही सहपाठी छात्रों को सुरेंद्र की आत्महत्या करने की जानकारी मिली वह कमरे पर पहुंचे और सुरेंद्र को निजी गाड़ी से आरबीएम अस्पताल लेकर गए लेकिन चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. सोमवार को सुरेंद्र परीक्षा बीच में ही छोड़कर हॉस्टल चला गया था. दो दिन पहले उसके पिता भी उससे मिलने भरतपुर आए थे. हॉस्टल वार्डन और पिता की माने तो कई दिनों से छात्र डिप्रेशन में था.

साथी छात्र सुरेंद्र को मेडिकल कॉलेज परिसर में खड़ी एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना चाहते थे लेकिन लापरवाही का आलम ये रहा कि कि काफी देर तक चालक का पता नहीं चला. आखिर में छात्र एक निजी वाहन से ही उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पाकर पुलिस भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गई. पुलिस घटना की जांच कर रही है.

हॉस्टल वार्डन डॉ. पीयूष स्वामी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के छात्रावास के कमरा नंबर 103 में रहने वाले अलवर जिले के बानसूर, रामपुरा निवासी एमबीबीएस स्टूडेंट सुरेंद्र कुमार रावत का सोमवार सुबह 9 बजे न्यूरोलॉजी पीडियॉट्रिक का पेपर था. वो परीक्षा छोड़कर बीच में ही हॉस्टल चला गया था. बाद में दोपहर करीब 1.30 बजे अन्य छात्र पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तो सुरेंद्र का कोई जवाब नहीं मिला. छात्र खिड़की से अंदर घुसे और सुरेंद्र को बेसुध हालत में बाहर ले आए.

डिप्रेशन में था छात्र, दो दिन पहले मिलने आए थे पिता
डॉ. पीयूष स्वामी ने बताया है कि छात्र का जयपुर से कुछ उपचार भी चल रहा था. वो काफी कम बात करता था. मृतक सुरेंद्र के पिता हनुमान रावत ने बताया कि वो दो दिन पहले ही बेटे से मिलकर गए थे. सुरेंद्र वर्ष 2018 बैच का फाइनल इयर का छात्र था.

जयपुर. राजस्थान में चार कोचिंग छात्रों ने मौत को गले लगा लिया. प्रदेश में चार कोचिंग छात्रों ने अपने कमरे में ही (Students died by suicide in Rajasthan) आत्महत्या कर ली. कोटा में कोचिंग पढ़ने वाले तीन छात्रों ने अपने कमरे में ही खुदकुशी कर ली तो वहीं भरतपुर में भी एक मेडिकल स्टूडेंट ने अपनी जान दे दी. एक दिन में चार छात्रों के आत्महत्या करने की घटना से लोग स्तब्ध हैं. छात्रों के सुसाइड के बढ़ते मामले कई सवाल खड़े करते हैं. परिजन भी छात्रों के इस आत्मघाती कदम से आहत हैं.

कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने की खुदकुशी
कोटा जिले में मेडिकल की तैयारी कर रहे दो कोचिंग छात्रों के सुसाइड करने (Two coaching students committed suicide) का मामला सामने आया है. दोनों कोचिंग छात्र बिहार के रहने वाले थे और राधा कृष्ण मंदिर के नजदीक तलवंडी इलाके में एक पीजी में रहते थे. इन दोनों छात्रों के रूम भी नजदीक ही थे. एक छात्र एक नंबर रूम में रहता था, जबकि दूसरा दो नंबर रूम में रहता था. दोनों ने सुसाइड क्यों किया, इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है.

घटना की जानकारी मिलने के बाद आला पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. एफएसएल टीम को भी पड़ताल के लिए मौके पर बुलाया गया है. आत्महत्या करने वाले छात्रों के नाम उज्ज्वल कुमार और अंकुश बताए (Two coaching students hanged in Kota) गए हैं. मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने बताया कि शवों को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया है. इस संबंध में परिजनों को भी सूचना दी गई है. आला अधिकारी मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं.

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कोटा में NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने की खुदकुशी

कोटा शहर के कुन्हाड़ी इलाके में रविवार की रात एक 17 वर्षीय छात्र ने खुदकुशी कर (student resident of Shivpuri MP committed suicide ) ली. मृतक छात्र बीते दो सालों से यहां रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का रहने वाला था. बताया गया कि छात्र बेसुध होकर हॉस्टल की गलियारे में पड़ा था. वहीं, रविवार देर रात करीब 2 बजे के आसपास इसकी सूचना हॉस्टल संचालक और वार्डन को हुई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में ले जाया (suicide by consuming rat poison in Kota) गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

इसके बाद मृतक छात्र के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. साथ ही उक्त घटना की सूचना छात्र के परिजनों को दी गई. जिसके बाद परिजन सोमवार सुबह कोटा पहुंचे (NEET aspirant commits suicide in Kota) और शव का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस की मानें तो फिलहाल तक खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है और न ही छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ है.

कुन्हाड़ी थाने के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मोहम्मद यूनुस ने बताया कि मृतक छात्र की शिनाख्त प्रणव वर्मा (17) के रूप में हुई है, जो कोटा के लैंडमार्क इलाके के कृष्णा रेजीडेंसी में रहता था. हालांकि, छात्र मूल रूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के मनियार टोल टैक्स इलाके का निवासी था और बीते दो सालों से यहां रहकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहा था.

उन्होंने बताया कि छात्र रविवार देर रात 2 बजे अपने हॉस्टल के बाहर गलियारे में बेसुध हालत में पड़ा मिला था और वो तेज सांस ले रहा था. लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था. इसकी सूचना के बाद जब हॉस्टल संचालक और अन्य साथी उसे एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.घटना से मृतक छात्र के परिजन भी स्तब्ध थे. लगातार परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था.

पढ़ें. मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रही छात्रा ने किया सुसाइड, नंबर कम आने से थी अवसाद में

भरतपुर में मेडिकल कॉलेज छात्र ने की आत्महत्या
मेडिकल कॉलेज भरतपुर में सोमवार को एक एमबीबीएस स्टूडेंट ने हॉस्टल के रूम में (MBBS Student Suicide) खुदकुशी कर ली. मेडिकल स्टूडेंट वर्ष 2018 बैच का फाइनल इयर का छात्र था. जानकारी के अनुसार भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रहने वाले अलवर जिले के बानसूर निवासी एमबीबीएस स्टूडेंट सुरेंद्र कुमार ने हॉस्टल के रूम में सोमवार दोपहर (MBBS Student suicide in Hostel room) अपनी जान दे दी.

जैसे ही सहपाठी छात्रों को सुरेंद्र की आत्महत्या करने की जानकारी मिली वह कमरे पर पहुंचे और सुरेंद्र को निजी गाड़ी से आरबीएम अस्पताल लेकर गए लेकिन चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. सोमवार को सुरेंद्र परीक्षा बीच में ही छोड़कर हॉस्टल चला गया था. दो दिन पहले उसके पिता भी उससे मिलने भरतपुर आए थे. हॉस्टल वार्डन और पिता की माने तो कई दिनों से छात्र डिप्रेशन में था.

साथी छात्र सुरेंद्र को मेडिकल कॉलेज परिसर में खड़ी एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना चाहते थे लेकिन लापरवाही का आलम ये रहा कि कि काफी देर तक चालक का पता नहीं चला. आखिर में छात्र एक निजी वाहन से ही उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पाकर पुलिस भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गई. पुलिस घटना की जांच कर रही है.

हॉस्टल वार्डन डॉ. पीयूष स्वामी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के छात्रावास के कमरा नंबर 103 में रहने वाले अलवर जिले के बानसूर, रामपुरा निवासी एमबीबीएस स्टूडेंट सुरेंद्र कुमार रावत का सोमवार सुबह 9 बजे न्यूरोलॉजी पीडियॉट्रिक का पेपर था. वो परीक्षा छोड़कर बीच में ही हॉस्टल चला गया था. बाद में दोपहर करीब 1.30 बजे अन्य छात्र पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तो सुरेंद्र का कोई जवाब नहीं मिला. छात्र खिड़की से अंदर घुसे और सुरेंद्र को बेसुध हालत में बाहर ले आए.

डिप्रेशन में था छात्र, दो दिन पहले मिलने आए थे पिता
डॉ. पीयूष स्वामी ने बताया है कि छात्र का जयपुर से कुछ उपचार भी चल रहा था. वो काफी कम बात करता था. मृतक सुरेंद्र के पिता हनुमान रावत ने बताया कि वो दो दिन पहले ही बेटे से मिलकर गए थे. सुरेंद्र वर्ष 2018 बैच का फाइनल इयर का छात्र था.

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