जयपुर. एक तरफ प्रदेश में राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra in Rajasthan) निकाल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने प्रदेश की बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर सूबे की गहलोत सरकार पर निशाना साधा. पूर्व शिक्षा वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था का पूरी तरीके से बंटाधार हो गया है. स्कूलों में अध्यापक नहीं है, बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा है, भर्तियों में पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन सरकार है कि सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगी है. देवनानी ने रीट पेपर लिक मामले को लेकर शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले में गर्ग पूरी तरह से शामिल है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. खैर, भाजपा की सरकार आई तो उक्त मामले की सीबीआई जांच कराएंगे.
शिक्षा का बंटाधार: पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी (Former Education Minister Vashudev Devnan) ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा के हालात यह है कि 460 कॉलेजों में प्राचार्य नहीं है. कॉलेज में आधे पद खाली पड़े हैं. आलम यह है कि 30 फीसदी स्टाफ भी नहीं है. सोसाइटी के नाम पर कॉलेज खोल दिए हैं, लेकिन उन सभी कॉलेजों में 1100 से अधिक पद खाली पड़े हैं. इतना ही नहीं कॉलेजों में 100 विद्यार्थियों पर एक टीचर रखा गया है. उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय खोलने की होड़ मची है. लेकिन उनकी कोई गुणवत्ता नहीं जांची जा रही है.
देवनानी ने कहा कि स्कूली में भी एक लाख से अधिक पद खाली पड़े हैं. अंग्रेजी स्कूलों में अध्यापक नहीं है. ड्रेसों की किल्लत पर सीएम टेलर को मैनेज करने जैसे दुर्भाग्यपूर्ण बयान देते हैं. पूर्व शिक्षा मंत्री ने आगे सूबे की गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या प्रदेश की गहलोत सरकार 4 साल में इस तरह से बच्चों को शिक्षा दे रही है. पूर्व में भाजपा की सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं को बंद कर दिया गया. जिससे बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ा है.
पेपर लीक की सीबीआई जांच होगी: देवनानी ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में पिछले दिनों रीट पेपर लीक हुआ और उसमें सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. उससे साफ प्रतीत होता है कि सरकार आरोपियों को बचाना चाहती है. देवनानी ने शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग को निशाने पर लेते हुए कहा कि रीट पेपर लीक में सुभाष गर्ग शामिल थे. इसीलिए सरकार ने कोई कठोर कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आते ही रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराएंगे, जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.
देवनानी ने कहा कि राजस्थान नर्सिंग काउंसिल में हो रही गड़बड़ियों को लेकर भी भाजपा की सरकार आने पर जांच होगी. उन्होंने तो यहां तक कहा कि रीट पेपर लीक के बाद 9 बार पेपर लीक हो गए हैं. प्रदेश में सभी भर्तियों में पेपर लीक होने का एक ट्रेंड चल गया है. कई बार मामले में सीकर की एक कोचिंग का नाम सामने आया. लेकिन पूरे मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई, क्योंकि उसमें कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा का नाम भी सामने आता.
फीस में मची लूट: देवनानी ने कहा कि फीस निर्धारण कमेटी को लेकर भाजपा की सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए थे. प्रत्येक प्राइवेट स्कूल में एक फीस निर्धारण कमेटी बनानी थी. जिसमें स्कूल मैनेजमेंट के साथ में अभिभावकों को भी शामिल करना था. यह कमेटी ही फीस निर्धारित करने को लेकर निर्णय लेता, लेकिन सरकार बदलने के साथ ही कांग्रेस सरकार ने इस पर ध्यान देना बंद कर दिया. जिसकी वजह से आज निजी स्कूल वाले मनमानी तरीके से बच्चों से फीस वसूल कर रहे हैं. प्रदेश में फीस को लेकर लूट मची हुई है, लेकिन गहलोत सरकार है कि आंख मूंदे बैठी है.
राहुल की यात्रा के बाद फिर से होगा विस्फोट: देवनानी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में चारों और अराजकता फैली हुई है. शिक्षक परेशान हैं, उनका डीपीसी नहीं हो रहा है. युवा परेशान है, क्योंकि उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है. विद्यार्थी परेशान हैं, उनको अध्यापक नहीं मिल रहे हैं. ऐसा असंतोष, अराजकता और भ्रष्टाचार की सरकार प्रदेश में चल रही है. उन्होंने कहा कि इस तरह की सरकार को जल्द ही जनता सबक सिखाएगी. इस सरकार को बच्चों और युवाओं से कोई सरोकार नही है. यहां तो हर कोई केवल कुर्सी से चिपका रहना चाहता है. उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं सुना कि कोई अपने पार्टी के नेता को गद्दार और निकम्मा कहे. लेकिन प्रदेश कांग्रेस में यह भी सुनने को मिला. खैर, अब जनता भी इनकी विदाई की तैयारी में है. साथ ही राहुल गांधी की यात्रा के बाद प्रदेश कांग्रेस में फिर से बड़ा विस्फोट होने जा रहा है.