जयपुर. राजस्थान एसीबी की कोटा इकाई ने 9 दिसंबर को बारां जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पीए महावीर प्रसाद नागर को 1 लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उसके बाद बुधवार को एसीबी की टीम द्वारा तत्कालीन जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव को भी गिरफ्तार कर लिया गया. एसीबी टीम द्वारा प्रकरण में किए गए अनुसंधान में इंद्र सिंह राव की भूमिका के संबंध में पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर इंद्र सिंह को बुधवार शाम को गिरफ्तार किया गया.
इस पूरे प्रकरण का सुपरविजन एसीबी एडीजी दिनेश एमएन के द्वारा किया जा रहा है. इंद्र सिंह राव के पीए महावीर प्रसाद को परिवादी के पेट्रोल पंप की लीज आवंटन के नवीनीकरण के लिए भूमि संपरिवर्तन और एनओसी जारी करने की एवज में 1 लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया था. मामले के बाद जब एसीबी टीम द्वारा प्रकरण में अनुसंधान किया गया तो महावीर प्रसाद ने भी उक्त राशि तत्कालीन जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के लिए लेने की बात कबूली थी.
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प्रकरण सामने आने पर राज्य सरकार द्वारा इंद्र सिंह राव को तत्काल प्रभाव से एपीओ कर दिया गया था और साथ ही एसीबी द्वारा इंद्र सिंह राव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई. इस पूरे प्रकरण का अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्र प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया और अनुसंधान में इंद्र सिंह राव के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर बुधवार शाम को इंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया. आरोपी अधिकारी के आवास पर तलाशी की कार्रवाई जारी है. आरोपी को गुरुवार को न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मामलात कोटा में पेश किया जाएगा.