जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में भामाशाह योजना के तहत इंप्लांट नहीं डालने पर डॉक्टर का वीडियो सामने आने के बाद इसे लेकर एक जांच बोर्ड का गठन किया गया है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगा.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. डीएस मीणा ने बताया कि उन तक मामले की जानकारी पहुंची है. ऐसे में एक जांच बोर्ड का गठन किया है जो 2 दिन के अंदर मामले की पूरी रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन को देगा. इस जांच बोर्ड में अस्पताल के 4 चिकित्सकों को शामिल किया गया है जो मामले की पूरी जांच करेंगे.
दरअसल, एसएमएस अस्पताल से एक वीडियो सामने आया था जिसमें चिकित्सक मरीज के परिजनों के साथ भामाशाह योजना के लाभ को लेकर बहस कर रहा था. साथ ही यह पूरा मामला पैर में डाली गई रॉड के पैसे को लेकर हुआ था.
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जिसके बाद मरीज को बेड से उतार दिया गया और यह धमकी दी गई कि पैसा नहीं दिया तो पैर से रॉड वापस निकाल ली जाएगी. वीडियो में डॉक्टर बोल रहा है कि बाहर की दुकान से इंप्लांट खरीदा गया है, तो ऐसे में जब तक पेमेंट नहीं होगा तब तक दूसरे मरीज को इंप्लांट नहीं मिलेगा. हालांकि, इंप्लांट की खरीद को लेकर सरकार ने नियम बना रखा है जिसके तहत इंप्लांट अस्पताल में ही उपलब्ध कराया जाएगा.