जयपुर. राजधानी जयपुर की आमागढ़ लेपर्ड सफारी में विदेशी पर्यटकों से धोखाधड़ी का (Fraud from foreign tourists in Amagarh Safari) मामला सामने आया है. जिसको लेकर जमकर हंगामा हुआ. बेल्जियम से आए पर्यटकों के साथ जिप्सी संचालक ने ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी (online booking fraud case) की. आरोप है कि जिप्सी संचालक ने फर्जी आईडी से चार स्टूडेंट के टिकट काट दिए. साथ ही विदेशी पर्यटकों से अतिरिक्त किराए की वसूली की. बताया गया कि जिप्सी संचालक ने 13848 रुपये की जगह पर्यटकों से 22000 रुपये लिए, जिससे नाराज पर्यटकों ने सोमवार को हंगामा किया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बेल्जियम से विदेशी पर्यटक सोमवार शाम को आमागढ़ के लेपर्ड सफारी पहुंचे थे. इस दौरान जिप्सी संचालक ने विदेशी पर्यटकों से 13,848 रुपये की जगह 22,000 रुपये वसूले और गड़बड़ी उजागर न हो इसके लिए चार फर्जी आईडी से इंडियन स्टूडेंट के टिकट काट दिए. ऑनलाइन बुकिंग में फर्जी आईडी से चार स्टूडेंट्स के टिकट काटकर विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ वन विभाग को भी जिप्सी संचालक ने धोखा दिया. जिप्सी संचालक की कारगुजारी का पता चलने पर बेल्जियम से आए पर्यटकों ने हंगामा शुरू (Tourists from Belgium created ruckus) कर दिया.
इस दौरान कुछ पर्यटक पुलिस को बुलाने की मांग पर अड़ गए. वहीं, पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी मौके से नदारद रहे. ऐसे में वहां मौजूद कुछ गाइडों ने हस्तक्षेप किया और विदेशी पर्यटकों और जिप्सी संचालक के बीच समझाइश करा मामले को शांत कराया.
इधर, गाइडों ने समझाइश करके जिप्सी संचालक से विदेशी पर्यटकों को 5000 रुपये वापस करवाएं. इसके बाद मामला शांत हुआ. इस पूरे मामले को लेकर वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीएन पांडे व मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर तक भी शिकायत पहुंची है. ऐसे में प्रदेश व वन विभाग की छवि खराब करने और धोखाधड़ी के चलते जिप्सी संचालक को ब्लैक लिस्टेड करने की संभावना बढ़ गई है.