जयपुर. हनुमानगढ़ जिले के एक स्कूल में छात्राओं से व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक चैट करने वाला प्रिंसिपल हो या फिर बीकानेर में छात्राओं से अश्लील हरकत करने वाले शिक्षक, उन सभी पर विभाग ने कार्रवाई तो की, लेकिन अब इस समस्या के परमानेंट तोड़ के लिए स्कूलों में गुड एंड बैड टच का पाठ पढ़ाया जा रहा है. पहले बीते 26 अगस्त को 65 हजार स्कूलों में एक साथ असुरक्षित स्पर्श को लेकर सेशन लिया गया, जिसका वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था. वहीं, शनिवार को रेपिटेशन थ्योरी को फॉलो करते हुए सेशन का आयोजन किया गया. इस बार प्राइवेट स्कूलों को भी इसमें शामिल किया गया.
सुरक्षित स्कूल, सुरक्षित राजस्थान कार्यक्रम के तहत राजस्थान के सभी स्कूलों में गुड एंड बैड टच को लेकर अवेयरनेस मुहिम शुरू की गई. इसके लिए पहले अवेयरनेस मटेरियल के साथ टीचर्स को ट्रेंड किया गया और फिर 26 अगस्त को स्कूलों में एक साथ सेशन आयोजित किया गया था. वहीं, शनिवार को फर्स्ट रेपिटेशन सेशन आयोजित हुआ. इस संबंध में शिक्षा सचिव नवीन जैन ने बताया कि अवेयरनेस का पहला चरण वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ था. इसी क्रम में प्राइवेट स्कूलों से भी आह्वान किया गया था कि वो भी इस तरह के सेशन आयोजित कराएं. इसी कड़ी में शनिवार को सभी स्कूलों में फर्स्ट रिवीजन सेशन का आयोजन किया गया.
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ऐसे में वो खुद एक प्राइवेट स्कूल में सेशन के लिए पहुंचे. इसी तरह कुछ सरकारी स्कूलों के टीचर्स अपने आसपास के प्राइवेट स्कूलों में सेल्फ मोटिवेशन से गुड एंड बैड टच को लेकर सेशन लिए. इधर, शिक्षा सचिव नवीन जैन ने कहा कि यदि हर एक बच्चे तक अवेयरनेस आएगी तो दुष्कर्म और चाइल्ड एब्यूज की घटनाएं काफी कम होंगी. उन्होंने कहा कि जब आप कोई अवेयरनेस क्रिएट करते हैं तो उसके बहुत से फायदे होते हैं.
उन्होंने बताया कि हर विभाग में कुछ कर्मचारी ऐसे होते हैं, जो विभाग के लिए बुराई लेकर आते हैं. शिक्षा विभाग एक बड़ा विभाग है, जिसमें बड़ी संख्या में टीचर्स और कर्मचारी हैं. हनुमानगढ़ और बीकानेर से ऐसे मामले भी सामने आए, जहां शिक्षकों ने बच्चों के साथ मिसबिहेव और एब्यूज किया. हालांकि, उन पर सख्त कार्रवाई की गई. कई केसेस में आरोपी को सस्पेंड भी कर दिया गया. इसके अलावा कुछ के खिलाफ 16 सीसीए की भी कार्रवाई शुरू की गई है और यदि पुलिस ऐसे मामलों में चार्जशीट पेश कर देती है तो उनके खिलाफ डिस्मिसल की कार्रवाई करने से भी विभाग पीछे नहीं हटेगा.