जयपुर. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में होने वाली साप्ताहिक समीक्षा बैठक पहली बार कार्यवाहक जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई. इस साप्ताहिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे कार्यवाहक जिला कलेक्टर इकबाल खान ने की. जिला कलेक्टर के सेवानिवृत्त होने के बाद जिला कलेक्ट्रेट में यह पहली बैठक थी. इस बैठक में कार्यवाहक जिला कलक्टर इकबाल खान ने पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समय-समय पर पानी के नमूने लेने और मानकों से तुलनात्मक विश्लेषण का रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए हैं. खान ने खास कर उन 10 जगहों के नमूने लेकर पानी की गुणवत्ता का अध्ययन कर रिपोर्ट देने को कहा है, जहां केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार एलुमिनियम की मात्रा ज्यादा बताई गई थी.
साप्ताहिक समीक्षा बैठक में पीएचईडी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा की कि किस आधार पर केंद्रीय एजेंसी की रिपोर्ट में शहर के 10 स्थानों से लेकर पानी के नमूनों में एलुमिनियम अधिक होने की बात कही गई है. इस पर पीएचईडी अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर के बाद से शहर में टैंकरों की ओर से निजी नलकूपों से आपूर्ति बन्द की जा चुकी है. ज्यादातर इलाकों में बीसलपुर का पानी सप्लाई किया जा रहा है. इससे यहां एलुमिनियम मिलने की संभावना नहीं है. क्योंकि पानी को अब पॉली अल्युमिनियम क्लोराइड से ट्रीट किया जाता है.
कार्यवाहक जिला कलेक्टर इकबाल खान ने निर्देश दिया कि केंद्रीय एजेंसी से नमूने लिए जाने वाले स्थल विशेष जानकारी लेकर पीएचईडी और चिकित्सा अधिकारियों की ओर से फिर से सैंपल लेकर वास्तविक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए. उन्होंने केंद्रीय एजेंसी द्वारा पानी के सैंपल के विश्लेषण के लिए आदर्श मानको अथवा अनुमत मानकों को अपनाए जाने पर भी स्पष्ट कर मांगा है.
इस दौरान इकबाल खान ने नगर निगम अधिकारियों को शहर में विवाह स्थलों पर अग्निशमन, पार्किंग, सफाई और अन्य आवश्यक मांगों को पूरा करवाने के लिए कार्रवाई करते समय आयोजन कर्ता जनसामान्य की सुविधा का भी ख्याल रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि जो भी विवाह स्थल बिना भू रूपांतरण किराये चल रहे हैं. उनके संबंध में सर्वे का नगर निगम और जेडीए, संबंधित राजस्व अधिकारी को मामला बनाकर भेजें.
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खान ने चिकित्सा अधिकारियों को अस्पतालों में स्वाइन फ्लू से बचाव की पूरी तैयारी, एनआईसी गतिविधियों और दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही डेंगू की रोकथाम, एंटी लार्वा गतिविधियों, फोगिंग के लिए नगर निगम से समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा है.
साथ ही उन्होंने सीएमएचओ के अधिकारियों को हर हफ्ते फूड सेफ्टी एक्ट में ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने के निर्देश दिए. उन्होंने ऐसे लोग व ऐसे स्थान जहां मिलावट की ज्यादा शिकायतें हैं, उनके खिलाफ हर हफ्ते ज्यादा से ज्यादा कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
सांभर झील क्षेत्र में बिजली के लाइव वायर के संबंध में जयपुर डिस्कॉम के अधिकारियों ने बताया कि पूरे क्षेत्र का सर्वे कर सुनिश्चित कर लिया गया कि झील में कोई भी लाइव वायर नहीं है. पशुपालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि 28 नवंबर तक 9762 पक्षी मारे गए है, 271 को बचा लिया गया है. 200 पक्षी मुक्त किये गये है.