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जयपुर में बनेगा प्रदेश का पहला स्वचालित रोप-वे, बच्चों और बुजुर्गों को मिलेगी निशुल्क सफर की सौगात

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Published : Dec 2, 2022, 8:22 PM IST

जयपुर में प्रदेश के पहले स्वचालिग रोप-वे का निर्माण शुरू हो गया (First automatic ropeway in Jaipur) है. यह प्रदेश का सबसे बड़ा पेसेंजर रोप-वे होगा. इसमें बच्चों और बुजुर्गों से शुल्क नहीं लिया जाएगा. शुक्रवार को जिला कलेक्टर ने इस निर्माण कार्य का निरीक्षण किया.

First automatic ropeway in Jaipur, construction begins, collector inspects the site
जयपुर में बनेगा प्रदेश का पहला स्वचालित रोप-वे, बच्चों और बुजुर्गों को मिलेगी निशुल्क सफर की सौगात

जयपुर. शहर के खोले के हनुमान जी मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर का सबसे बड़ा पेसेंजर रोप-वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया (Ropeway in Khole ke Hanuman Ji temple in Jaipur) है. यह रोप वे 2 साल में बनकर तैयार होगा. इस रोप-वे के जरिए बच्चे और बुजुर्ग निशुल्क यात्रा का आनंद ले सकेंगे. यह जयपुर का सबसे बड़ा रोप वे होगा.

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने शुक्रवार को खोले के हनुमान मंदिर परिसर में रोप-वे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. राजपुरोहित ने बताया कि इस रोप-वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप-वे होगा. यह प्रदेश का पांचवां और जयपुर जिले का सामोद हनुमानजी रोप-वे के बाद दूसरा रोप-वे होगा. अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णोमाता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप-वे बनाया जा रहा है. रोप-वे के निर्माण में जयपुर की विरासत, शिल्पकला और वैभव की छटा देखने को मिलेगी. रोप-वे निर्माण के लिए फर्म और जयपुर जिला प्रशासन के बीच करार हुआ है जिसके बाद फर्म को रोप-वे अधिनियम के तहत लाइसेंस जारी किया जाएगा.

पढ़ें: राजस्थान और ओडिशा में दो रोपवे परियोजनाएं, ₹ 50 करोड़ का निवेश

एक घंटे में सफर कर सकेंगे 800 यात्री: रोप वे निर्माण की फर्म के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि पांच टावरों पर संचालित किये जाने वाले रोप-वे की उंचाई 85 मीटर होगी. 24 ट्रॉली वाले इस रोप-वे की क्षमता 800 यात्री प्रति घंटा होगी. कलेक्टर ने निर्माता फर्म को 2 साल में रोप-वे निर्माण के निर्देश दिये हैं. कलक्टर ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इसलिए रोप वे निर्माण में गुणवत्ता का खास ध्यान दिया जाए. निर्माण के दौरान और संचालन के शुरू होने के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से रो-पवे के सुरक्षा मापदंडों की नियमित रूप से जांच की जाएगी.

पढ़ें: Ropeway in Rajasthan : झारखंड में हादसे के बाद राजस्थान के इस रोप-वे को क्यों किया गया शटडाउन...देखिए रिपोर्ट

बच्चों और बुजुर्गों को निशुल्क सफर की सौगात: कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि रोप-वे निर्माण करने वाली फर्म को 0 से 5 आयुवर्ग वाले बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ साथ दिव्यांगों को रोप-वे के जरिये निशुल्क सफर करवाने के लिए निर्देश दिया है. रोप-वे की एक तरफ का सफर करीब साढ़े चार मिनट में पूरा होगा. इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा.

जयपुर. शहर के खोले के हनुमान जी मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर का सबसे बड़ा पेसेंजर रोप-वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया (Ropeway in Khole ke Hanuman Ji temple in Jaipur) है. यह रोप वे 2 साल में बनकर तैयार होगा. इस रोप-वे के जरिए बच्चे और बुजुर्ग निशुल्क यात्रा का आनंद ले सकेंगे. यह जयपुर का सबसे बड़ा रोप वे होगा.

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने शुक्रवार को खोले के हनुमान मंदिर परिसर में रोप-वे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. राजपुरोहित ने बताया कि इस रोप-वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप-वे होगा. यह प्रदेश का पांचवां और जयपुर जिले का सामोद हनुमानजी रोप-वे के बाद दूसरा रोप-वे होगा. अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णोमाता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप-वे बनाया जा रहा है. रोप-वे के निर्माण में जयपुर की विरासत, शिल्पकला और वैभव की छटा देखने को मिलेगी. रोप-वे निर्माण के लिए फर्म और जयपुर जिला प्रशासन के बीच करार हुआ है जिसके बाद फर्म को रोप-वे अधिनियम के तहत लाइसेंस जारी किया जाएगा.

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एक घंटे में सफर कर सकेंगे 800 यात्री: रोप वे निर्माण की फर्म के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि पांच टावरों पर संचालित किये जाने वाले रोप-वे की उंचाई 85 मीटर होगी. 24 ट्रॉली वाले इस रोप-वे की क्षमता 800 यात्री प्रति घंटा होगी. कलेक्टर ने निर्माता फर्म को 2 साल में रोप-वे निर्माण के निर्देश दिये हैं. कलक्टर ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इसलिए रोप वे निर्माण में गुणवत्ता का खास ध्यान दिया जाए. निर्माण के दौरान और संचालन के शुरू होने के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से रो-पवे के सुरक्षा मापदंडों की नियमित रूप से जांच की जाएगी.

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बच्चों और बुजुर्गों को निशुल्क सफर की सौगात: कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि रोप-वे निर्माण करने वाली फर्म को 0 से 5 आयुवर्ग वाले बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ साथ दिव्यांगों को रोप-वे के जरिये निशुल्क सफर करवाने के लिए निर्देश दिया है. रोप-वे की एक तरफ का सफर करीब साढ़े चार मिनट में पूरा होगा. इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा.

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