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जयपुरः झोपड़ी में आग लगने से जिंदा जला किसान

जयपुर के जमवारामगढ़ थाना क्षेत्र के बहलोड़ गांव में झोपड़ी में आग लगने से एक किसान जिंदा जल गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. आग के कारण का अब तक पता नहीं चल रहा है. वहीं झोपड़ी के पास से चिलम और बीड़ी का पैकेट मिला है.

जिंदा जला किसान, Farmers burnt in hut fire, झोपड़ी की आग में जला किसान
झोपड़ी की आग में जला किसान
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Published : Feb 2, 2020, 7:37 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 8:21 PM IST

जमवारामगढ़ (जयपुर). थाना क्षेत्र के बहलोड़ गांव स्थित टीबा की ढाणी में रविवार को झोपड़ी में आग लगने से एक किसान जिंदा जल गया. आग लगने के बाद किसान के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे. आस पास के ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्रता के चलते प्रयास विफल रहे. घटना की जानकारी के बाद मौके पर रायसर चौकी प्रभारी रामकिशोर शर्मा मय जाप्ता पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली.

झोपड़ी की आग में जला किसान

जमवारामगढ़ थाना प्रभारी एकता राज ने बताया कि झोपड़ी में आग लगने से बहलोड़ टीबा की ढाणी निवासी अर्जुन जिंदा जल गया. पुलिस ने बताया कि मृतक किसान बीमार था. वहीं आग के कारणों का अबतक पता नहीं चल पाया है. वहीं झोपड़ी में से चिलम और बीड़ी का पैकेट भी मिला है.

यह भी पढे़ं- 'कोरोना' को लेकर श्रम मंत्री का विवादित बयान, कहा- अलवर कोई चारागाह नहीं, जो लोगों को यहां शिफ्ट किया जा रहा

मृतक किसान के बेटे विनोद कुमार ने बताया कि पिताजी की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने दिन में दवाई दी थी और घर चलने को कहा था. लेकिन खेत में आवारा पशुओं की रखवाली की जिद करते हुए वे घर नहीं गए. परिजनों ने बताया कि अगर वे घर चले जाते तो जान बच जाती.

एम्बुलेंस चालक ने शव ले जाने से किया मना

ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की जानकारी के बाद मौके पर एम्बुलेंस पहुंची, लेकिन शव ले जाने से इनकार कर दिया. जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. बाद में पुलिसकर्मी निजी वाहन से शव को चंदवाजी के निम्स अस्पताल ले गए.

जमवारामगढ़ (जयपुर). थाना क्षेत्र के बहलोड़ गांव स्थित टीबा की ढाणी में रविवार को झोपड़ी में आग लगने से एक किसान जिंदा जल गया. आग लगने के बाद किसान के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे. आस पास के ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्रता के चलते प्रयास विफल रहे. घटना की जानकारी के बाद मौके पर रायसर चौकी प्रभारी रामकिशोर शर्मा मय जाप्ता पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली.

झोपड़ी की आग में जला किसान

जमवारामगढ़ थाना प्रभारी एकता राज ने बताया कि झोपड़ी में आग लगने से बहलोड़ टीबा की ढाणी निवासी अर्जुन जिंदा जल गया. पुलिस ने बताया कि मृतक किसान बीमार था. वहीं आग के कारणों का अबतक पता नहीं चल पाया है. वहीं झोपड़ी में से चिलम और बीड़ी का पैकेट भी मिला है.

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मृतक किसान के बेटे विनोद कुमार ने बताया कि पिताजी की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने दिन में दवाई दी थी और घर चलने को कहा था. लेकिन खेत में आवारा पशुओं की रखवाली की जिद करते हुए वे घर नहीं गए. परिजनों ने बताया कि अगर वे घर चले जाते तो जान बच जाती.

एम्बुलेंस चालक ने शव ले जाने से किया मना

ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की जानकारी के बाद मौके पर एम्बुलेंस पहुंची, लेकिन शव ले जाने से इनकार कर दिया. जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. बाद में पुलिसकर्मी निजी वाहन से शव को चंदवाजी के निम्स अस्पताल ले गए.

Intro:Body:जमवारामगढ़ थाना क्षेत्र के बहलोड़ गांव स्थित टीबा की ढाणी में रविवार को झोपड़ी में आग लगने से किसान जिंदा जल गया। झोपड़ी में आग लगने के बाद किसान के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे आस पास के ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्रता के चलते प्रयास विफल रहे। घटना की जानकारी के बाद मौके पर रायसर चौकी प्रभारी रामकिशोर शर्मा मय जाप्ता पहुंचे व परिजनों से घटना की जानकारी ली। जमवारामगढ़ थाना प्रभारी एकता राज ने बताया कि झोपड़ी में आग लगने से बहलोड़ टीबा की ढाणी निवासी अर्जुन नायक (60) पुत्र प्रभात नायक जिंदा जल गया। पुलिस ने बताया कि मृतक किसान बिमार था। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया। झोपड़ी में से चिलम व बीड़ी का पैकेट मिला है। पुलिस ने शव को निम्स अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। परिजनों ने बताया कि मृतक किसान अधिकतर कुएं पर बनी झोपड़ी में रहता था व आवारा पशुओं को लेकर फसल की रखवाली करता था।
... तो बच जाती जान
घटना के बाद मौके पर मौजूद मृतक किसान के बेटे विनोद कुमार ने बताया कि वह जयपुर मजदूरी का काम करता है व कल की गांव आया था। पिताजी की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने दिन में दवाई दी थी एवं घर चलने को कहा था, लेकिन खेत में आवारा पशुओं की रखवाली की जिद करते हुए वे घर नहीं गए। परिजनों ने बताया कि अगर वे घर चले जाते तो जान बच जाती। घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।
बैंरग लौटी एम्बुलेंस
घटना की जानकारी के बाद मौके पर एम्बुलेंस पहुंची। यहां जैसे की पुलिसकर्मियों व ग्रामीणों ने शव को एम्बुलेंस में रखने का प्रसास किया तो एम्बुलेंस चालक ने शव रखने से मना कर दिया। जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इसके बाद चालक एम्बुलेंस लेकर चला गया। पुलिसकर्मियों ने निजी वाहन से चंदवाजी के निम्स अस्पताल ले गए।

आग लगने के कारणों का पता नहीं लगा है। घटनास्थल पर बीड़ी का पैकेट व चिलम मिली है। मृतक किसान बिमार बताया जा रहा था। एकता राज, थाना प्रभारी, जमवारामगढ़


Conclusion:
Last Updated : Feb 2, 2020, 8:21 PM IST
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