कोटपूतली (जयपुर). कोटपूतली से किसान ट्रैक्टर रैली रवाना हुई. रैली में कोटपूतली से विधायक और राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव, सादुलपुर से विधायक कृष्णा पूनिया और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों को रवाना किया. राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि केंद्र सरकार जिस प्रकार से तानाशाही रवैया अपना रही है, उससे किसान परेशान है. इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा, किसान धरती का सीना चीरकर खेती करता है तो समझो वह कुछ भी कर सकता है.
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में किसानों के दल और प्रतिनिधि वहां मौजूद थे, जिनका साफतौर पर कहना था कि देश आजाद होने के बाद पहली बार किसान 26 जनवरी मनाने जा रहा है और यह आवाज दिल्ली तक जाएगी. जहां मोदी सरकार को इस आवाज को सुनना पड़ेगा. किसान एक है और कृषि कानून का जमकर विरोध करेंगे. सरकार को हमारी मांगे माननी पड़ेगी.
यह भी पढ़ें: शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों ने फहराया तिरंगा, भारत माता के जयकारे से गूंजा आसमान
कोटपूतली कांग्रेस कार्यालय में सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर और किसान रात से ही आना शुरू हो गए थे, जिनको सुबह मंत्री ने रवाना करवाया. किसानों ने यह भी बताया कि केंद्र की मोदी सरकार कृषि कानूनों को लाकर किसानों के साथ विश्वासघात किया है. केंद्र सरकार को मजबूरन किसान के आगे झुकना पड़ेगा. सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया ने खुद ट्रैक्टर चलाकर के किसानों की हौसला अफजाई किया. वहीं राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव और विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने भी ट्रैक्टर चलाया कार्यक्रम के दौरान किसानों का आत्मविश्वास देखने को बन रहा था. इस प्रकार से सुबह से ही किसान इकट्ठे हो रहे थे और अपने-अपने ट्रैक्टरों को लेकर के आ रहे थे. उससे ऐसा प्रतीत हो रहा था किसान एक हैं और जमकर कृषि कानूनों का विरोध करने के मूड में हैं.
यह भी पढ़ें: राजस्थान और हरियाणा से किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रहे अलवर
गुजरात से आए प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी बेशक गुजरात से हों, लेकिन गुजरात के किसानों का दर्द नहीं समझ पा रहे हैं. यह दर्द गुजरात का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के किसानों का है. किसानों के दल में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मोदी सरकार के कृषि कानूनों का विरोध जताया.