जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में अंगदान को लेकर चलाई जा रही मुहिम को उस वक्त झटका लगा. जब बूंदी के मस्तराम के परिजनों ने उसके अंगदान करने से मना कर दिया. कल किडनी, लीवर और हार्ट दान करने की मंजूरी देने वाले परिवारजनों ने आज इससे इनकार कर दिया.
दरअसल बुधवार को एसएमएस हॉस्पिटल में मृतक मस्तराम के परिजनों ने उसके अंगदान करने की मंजूरी अस्पताल प्रशासन को दी थी. आज सुबह अस्पताल में इसके लिए तैयारी भी कर ली गई थी. लेकिन परिजनों ने चिकित्सकों से अंगदान नहीं करने की बात कही. और शव लेकर चले गए. अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएस मीणा ने बताया कि परिजनों को समझाने की काफी कोशिश की गई. लेकिन परिवार वाले नहीं माने.
हालांकि माना यह भी जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई देरी भी इसका एक बड़ा कारण है. अंगदान की स्वीकृति मिलते ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाती. तो मृतक के शरीर से निकाले जाने वाले अंग किसी दूसरे जरूरतमंद के काम आते. सबसे बड़ी बात यह है कि एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट के लिए चिकित्सक नहीं होने के चलते अंगदान नहीं हो सका.