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फर्जी डॉक्टर बनकर ठगी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना गिरफ्तार, बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को बनाते थे शिकार - Fake doctor nabbed by police

जयपुर की मालपुरा गेट थाना पुलिस ने फर्जी डॉक्टर बन बुजुर्गों को शिकार बनाने वाले गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है.

police arrested the master mind of the gang
फर्जी डॉक्टर बनकर ठगी
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 9, 2023, 11:13 PM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर की मालपुरा गेट थाना पुलिस ने फर्जी डॉक्टर बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. शनिवार को पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना कालू खान उर्फ मोहम्मद फारूक उर्फ डॉक्टर मर्चेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी के कब्जे से ठगी की राशि 6 लाख रुपए बरामद की गई है. पूछताछ में आरोपी ने जयपुर शहर में एक दर्जन से ज्यादा वारदात करना स्वीकार किया है. गिरोह के लोग रास्ते चलते बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को अपनी बातों में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते थे.

डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव के मुताबिक 30 नवंबर को परिवादी उमेश कुमार खत्री ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 16 नवंबर को सुबह दुकान खोल रहा था, तो धीरे-धीरे चल रहा था, तभी एक लड़का पास आया जिसने अपना नाम राहुल बताया और कहा कि आपको साइटिका की समस्या है. राहुल ने कहा कि मेरी माता जी को भी यही समस्या थी, उन्होंने मुंबई के डॉक्टर मर्चेंट से इलाज करवाया था और 5 साल से बिल्कुल ठीक है.

पढ़ें: बारांः वो चार दिन तक अस्पताल में डॉक्टर बन करता रहा मरीजों का इलाज...पोल खुली तो हर कोई रह गया दंग

राहुल नाम के युवक ने अपनी माता आशा से बात करवाई और बताया कि डॉक्टर समाज सेवा करते हैं. फीस भी ज्यादा नहीं लेते. इसके बाद पीड़ित युवक राहुल की मां आशा शर्मा से लगातार बात करता रहा. उन्होंने डॉक्टर मर्चेंट के मोबाइल नंबर दिए. जिस पर बात की तो डॉक्टर ने बताया कि अभी विद्यालय नगर जयपुर में मरीज देखने आया हूं. कल आपको देखता हूं. दूसरे दिन डॉक्टर मर्चेंट पीड़ित के घर पर आया. फर्जी डॉक्टर मर्चेंट के साथ एक असिस्टेंट भी था. डॉक्टर ने पीड़ित को देखकर बताया कि घुटनों में खराब खून भरा है, उसे निकालना पड़ेगा. वरना बड़ी बीमारी हो सकती है. एक सीसी खराब खून के 3500 रुपए लगेंगे. फिर पीड़ित को बेहोश करके घुटनों से खराब खून की 220 शीशीयां निकाल दी. 7.40 लाख रुपये का बिल बना दिया था.

पढ़ें: जोधपुर में फर्जी डॉक्टर का पर्दाफाश, बिना डिग्री चला रहा था क्लीनिक

इसके बाद फर्जी डॉक्टर से रिक्वेस्ट करने पर 6 लाख रुपए में मान गया. पीड़ित ने बेहोशी की हालत में 6 लाख रुपये दे दिए. पीड़ित का कहना है कि फर्जी डॉक्टर ने ऐसी दवाई खिलाई जिससे सोचने-समझने की क्षमता नहीं रही. जब पीड़ित को होश आया, तो ठगी होने का पता चला. इसके बाद पीड़ित ने मालपुरा गेट थाने पहुंचकर ठगी का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी सुमन चौधरी के मार्गदर्शन में स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की.

पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण करते हुए गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई. गिरोह के लोगों की पहचान करके गिरोह के सरगना कालू खान उर्फ मोहम्मद फारूक उर्फ डॉक्टर मर्चेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है. आरोपी के कब्जे से ठगी की राशि 6 लाख रुपए नगदी बरामद की गई है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि जयपुर शहर में करीब एक दर्जन से ज्यादा वारदात कर चुका है. शहर में बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को शिकार बनाते थे. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

जयपुर. राजधानी जयपुर की मालपुरा गेट थाना पुलिस ने फर्जी डॉक्टर बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. शनिवार को पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना कालू खान उर्फ मोहम्मद फारूक उर्फ डॉक्टर मर्चेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी के कब्जे से ठगी की राशि 6 लाख रुपए बरामद की गई है. पूछताछ में आरोपी ने जयपुर शहर में एक दर्जन से ज्यादा वारदात करना स्वीकार किया है. गिरोह के लोग रास्ते चलते बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को अपनी बातों में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते थे.

डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव के मुताबिक 30 नवंबर को परिवादी उमेश कुमार खत्री ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 16 नवंबर को सुबह दुकान खोल रहा था, तो धीरे-धीरे चल रहा था, तभी एक लड़का पास आया जिसने अपना नाम राहुल बताया और कहा कि आपको साइटिका की समस्या है. राहुल ने कहा कि मेरी माता जी को भी यही समस्या थी, उन्होंने मुंबई के डॉक्टर मर्चेंट से इलाज करवाया था और 5 साल से बिल्कुल ठीक है.

पढ़ें: बारांः वो चार दिन तक अस्पताल में डॉक्टर बन करता रहा मरीजों का इलाज...पोल खुली तो हर कोई रह गया दंग

राहुल नाम के युवक ने अपनी माता आशा से बात करवाई और बताया कि डॉक्टर समाज सेवा करते हैं. फीस भी ज्यादा नहीं लेते. इसके बाद पीड़ित युवक राहुल की मां आशा शर्मा से लगातार बात करता रहा. उन्होंने डॉक्टर मर्चेंट के मोबाइल नंबर दिए. जिस पर बात की तो डॉक्टर ने बताया कि अभी विद्यालय नगर जयपुर में मरीज देखने आया हूं. कल आपको देखता हूं. दूसरे दिन डॉक्टर मर्चेंट पीड़ित के घर पर आया. फर्जी डॉक्टर मर्चेंट के साथ एक असिस्टेंट भी था. डॉक्टर ने पीड़ित को देखकर बताया कि घुटनों में खराब खून भरा है, उसे निकालना पड़ेगा. वरना बड़ी बीमारी हो सकती है. एक सीसी खराब खून के 3500 रुपए लगेंगे. फिर पीड़ित को बेहोश करके घुटनों से खराब खून की 220 शीशीयां निकाल दी. 7.40 लाख रुपये का बिल बना दिया था.

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इसके बाद फर्जी डॉक्टर से रिक्वेस्ट करने पर 6 लाख रुपए में मान गया. पीड़ित ने बेहोशी की हालत में 6 लाख रुपये दे दिए. पीड़ित का कहना है कि फर्जी डॉक्टर ने ऐसी दवाई खिलाई जिससे सोचने-समझने की क्षमता नहीं रही. जब पीड़ित को होश आया, तो ठगी होने का पता चला. इसके बाद पीड़ित ने मालपुरा गेट थाने पहुंचकर ठगी का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी सुमन चौधरी के मार्गदर्शन में स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की.

पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण करते हुए गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई. गिरोह के लोगों की पहचान करके गिरोह के सरगना कालू खान उर्फ मोहम्मद फारूक उर्फ डॉक्टर मर्चेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है. आरोपी के कब्जे से ठगी की राशि 6 लाख रुपए नगदी बरामद की गई है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि जयपुर शहर में करीब एक दर्जन से ज्यादा वारदात कर चुका है. शहर में बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को शिकार बनाते थे. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

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