जयपुर. पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और प्रदेश में भी कोरोना का संकट कहर बरपा रहा है. इस बीच अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर बिजली तकनीकी कर्मचारियों ने काम के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले किए गए इस सांकेतिक प्रदर्शन के दौरान बिजल कर्मचारियों ने अपना काम यथावत रखा, लेकिन सरकार तक अपना विरोध जताने के लिए काली पट्टी बांधकर रखी.
एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि, संकट की इस घड़ी में जब सरकार ने अपनी यथावत सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मी, पुलिसकर्मी और सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा की तरह सम्मान देते हुए उनका वेतन स्थगन नहीं किया. बिजली कर्मचारी भी संकट के समय फील्ड में रहकर लगातार अपना काम कर रहे हैं, बावजूद इसके इन कर्मचारियों का वेतन स्थगित कर दिया गया.
एसोसिएशन ने विद्युत तकनीकी कर्मचारियों को भी कोरोना कर्मवीर का दर्जा देते हुए 50 लाख का बीमा कराएं जाने और वेतन स्थगन से इन कर्मचारियों को अलग रखे जाने की मांग की हैं.
ये भी पढ़ें: शिक्षक ने COVID-19 शोध पर 'देहदान' की जताई इच्छा...कहा- कोरोना का टीका बनाने में मेरे शरीर का करें उपयोग
इससे पहले भी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने तीनों विद्युत निगम के उच्च अधिकारियों के साथ ही ऊर्जा मंत्री को भी ज्ञापन देकर अपनी मांग उनके समक्ष रखी थी. लेकिन सरकार ने उस पर कोई गौर नहीं किया था लिहाजा तकनीकी कर्मचारियों ने अब विरोध का रास्ता एक बार फिर से अख्तियार कर लिया है.