जयपुर. प्रदेश में पेयजल किल्लत से जूझ रहे आम इंसान के साथ अब भाजपा भी खड़ी नजर आ रही है. राजधानी जयपुर में शुक्रवार को 3 स्थानों पर भाजपा ने पेयजल किल्लत के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया और मटकियां फोड़ कर अपना विरोध जताया. सांगानेर क्षेत्र में स्थानीय भाजपा विधायक अशोक लाहोटी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने जलदाय कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान लाहोटी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने विभाग के इंजीनियरों के सामने ही खाली मटके फोड़ कर अपना विरोध जताया.
इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि इसमें क्षेत्र की उन 300 कॉलोनियों की मोहल्ला विकास समितियों से जुड़े पदाधिकारी शामिल हुए, जहां पेयजल किल्लत चरम पर है और 300 ज्ञापन यहां मौजूद विभाग के अधिकारियों को सौंपे गए. प्रदर्शन में शामिल हुए क्षेत्रवासियों ने बताया कि अधिकतर इन कॉलोनियों में सरकारी पेयजल पाइप लाइन ही नहीं है तो वहीं जिन कॉलोनियों में सरकारी लाइनें हैं वहां भी पानी की समस्या चरम पर है.
कुछ लोगों का यह भी आरोप था कि पेयजल किल्लत के चलते उन्हें 500 से ₹700 प्रति टैंकर के हिसाब से पानी मंगवाना पड़ता है. जबकि सरकारी टैंकरों से पेयजल व्यवस्था नाम मात्र के इलाकों में है. इस समस्या को लेकर कुछ पीड़ित लोगों से ईटीवी भारत संवाददाता ने बात भी की.
संसाधन के अनुरूप कॉलोनियों को पेयजल लाइन से जोड़ने का काम चल रहा है : एसई
भाजपा के मटका फोड़ प्रदर्शन के दौरान यहां मौजूद विभाग के अधीक्षण अभियंता देवेंद्र कोठारी को भी करीब 300 कॉलोनियों से आए ज्ञापन सौंपे गए. हालांकि इस दौरान कोठारी ने बताया कि पृथ्वीराज नगर क्षेत्र में बीसलपुर पेयजल लाइन से जोड़ने का काम जारी है और जैसे-जैसे स्वीकृति जारी होती जाएगी, इस काम को आगे बढ़ाया जाएगा. वहीं कई इलाकों में मौजूदा संसाधन मिलने पर पेयजल लाइन बिछाने की बात कोठारी ने कही.
सड़क से लेकर सदन तक उठाऊंगा मामला : लाहोटी
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने इस दौरान जलदाय विभाग से जुड़े अधिकारियों से साफ कहा कि यदि जल्द ही पेयजल किल्लत से जुड़ी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो भाजपा अपना आंदोलन उग्र करेगी. लहोटी के अनुसार जिस विधानसभा क्षेत्र में बीसलपुर से जुड़ा पंप हाउस बना हुआ है, वहां के ही स्थानीय निवासियों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है. लाहोटी के अनुसार क्षेत्र में 300 से अधिक कॉलोनियों के लोग पेयजल किल्लत से परेशान हैं और उनकी आवाज सड़क से लेकर सदन तक उठाई जाएगी. लाहोटी ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र के दौरान भी उन्होंने पेयजल किल्लत से जुड़े कई सवाल लगाए हैं.