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मैं सर्वप्रिय नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहता हूं : डॉ. सीपी जोशी

विधानसभा में मीडिया पर लगाई गई पाबंदी का सवाल शुक्रवार को सदन में भी उठा. विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने इस संबंध में साफ कहा कि 'मैं सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहता हूं'.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी
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Published : Jun 28, 2019, 6:27 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में मीडिया के प्रवेश को लेकर लगाई गई पाबंदी का मसला शुक्रवार को सदन में भी उठा. शून्यकाल में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने यह मामला उठाते हुए अध्यक्ष सीपी जोशी का ध्यान आकर्षित किया तो जवाब में आसन पर मौजूद स्पीकर ने दो टूक जवाब देते हुए उन्हें शांत करा दिया.

विधानसभा में मीडिया पर लगाई पाबंदी के सवाल पर अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी का जवाब

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह नियम और प्रतिक्रियाओं के तहत ही सदन चलाना चाहते हैं और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए जो व्यवस्था उन्होंने की है, उसे तो सब को मानना ही होगा. स्पीकर डॉ. जोशी ने कहा कि विपक्ष और मीडिया कहते हैं कि आपातकाल लग रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है. जो नियम और व्यवस्था तय की गई है उसके तहत केवल मीडिया ही नहीं विधायक, मंत्रियों और अधिकारियों के विधानसभा में प्रवेश संबंधी भी कई नियम सख्ती से लागू किए गए हैं.

अध्यक्ष जोशी ने यह भी कहा कि 'वह सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहते हैं' और यदि इससे किसी को नाराजगी हो तो भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. जोशी ने कहा मीडिया कवरेज करें तो ठीक वरना कोई बात नहीं. क्योंकि अब तकनीक बदल चुकी है और सदन की कार्यवाही का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है. ताकि हर सदस्य की बात जनता तक पहुंच सके.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में मीडिया के प्रवेश को लेकर लगाई गई पाबंदी का मसला शुक्रवार को सदन में भी उठा. शून्यकाल में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने यह मामला उठाते हुए अध्यक्ष सीपी जोशी का ध्यान आकर्षित किया तो जवाब में आसन पर मौजूद स्पीकर ने दो टूक जवाब देते हुए उन्हें शांत करा दिया.

विधानसभा में मीडिया पर लगाई पाबंदी के सवाल पर अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी का जवाब

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह नियम और प्रतिक्रियाओं के तहत ही सदन चलाना चाहते हैं और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए जो व्यवस्था उन्होंने की है, उसे तो सब को मानना ही होगा. स्पीकर डॉ. जोशी ने कहा कि विपक्ष और मीडिया कहते हैं कि आपातकाल लग रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है. जो नियम और व्यवस्था तय की गई है उसके तहत केवल मीडिया ही नहीं विधायक, मंत्रियों और अधिकारियों के विधानसभा में प्रवेश संबंधी भी कई नियम सख्ती से लागू किए गए हैं.

अध्यक्ष जोशी ने यह भी कहा कि 'वह सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहते हैं' और यदि इससे किसी को नाराजगी हो तो भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. जोशी ने कहा मीडिया कवरेज करें तो ठीक वरना कोई बात नहीं. क्योंकि अब तकनीक बदल चुकी है और सदन की कार्यवाही का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है. ताकि हर सदस्य की बात जनता तक पहुंच सके.

Intro:विधानसभा में पत्रकारों की पाबंदी का सवाल उठा सदन में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की खरी खरी कहा- मैं सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहता हूं जयपुर राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र में मीडिया प्रवेश को लेकर लगाई गई पाबंदी का मसला शुक्रवार को सदन में भी उठा। शून्यकाल में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने यह मामला उठाते हुए स्पीकर सीपी जोशी का ध्यान आकर्षित किया तो जवाब में आसन पर मौजूद स्पीकर ने दो टुक जवाब देते हुए उन्हें शांत करा दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह नियम और प्रतिक्रियाओं के तहत ही सदन चलाना चाहते हैं और व्यवस्था सुचारू करने के लिए जो व्यवस्था उन्होंने की है उसे तो सब को मानना ही होगा। स्पीकर ने कहा विपक्ष और मीडिया कहते है कि आपातकाल लग रहा है लेकिन ऐसा नहीं है जो नियम और व्यवस्था तय की गई है उसके तहत केवल मीडिया ही नहीं विधायक मंत्रियों और अधिकारियों के विधानसभा में प्रवेश संबंधी भी कई नियम सख्ती से लागू किए गए हैं। सीपी जोशी ने यह भी कहा कि 'वह सर्वप्रिय अध्यक्ष नहीं बल्कि अनुशासन प्रिय अध्यक्ष बनना चाहते हैं' और यदि इससे इसी को नाराजगी हो तो भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। जोशी ने कहा मीडिया कवरेज करें तो ठीक वरना कोई बात नहीं क्योंकि अब तकनीक बदल चुकी है और सदन की कार्यवाही का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है ताकि हर सदस्य की बात जनता तक पहुंच सके। विसुअल्स- इस घटना की विजुअल यूट्यूब से लेकर व्हाट्सएप पर पर भेजे हैं। (नोट- इस खबर के विजुअल मेल पर नहीं जा रहे है इसलिए व्हाटसअप पर भेजे है desk के कृपा का खबर में इस्तेमाल करें।)


Body: विसुअल्स- इस घटना की विजुअल यूट्यूब से लेकर व्हाट्सएप पर पर भेजे हैं। (नोट- इस खबर के विजुअल मेल पर नहीं जा रहे है इसलिए व्हाटसअप पर भेजे है desk के कृपा का खबर में इस्तेमाल करें।)


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