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Diwali 2023 : ये पटाखे हैं 'खास', इन्हें जलाया नहीं, बल्कि खाया जाता है, यहां जानें क्रैकर स्वीट्स की खासियत

Diwali Crackers Sweets, जोधपुर एक फर्म पिछले सात साल से ऐसी मिठाई बना रही है, जो हूबहू पटाखों जैसी दिखती है और इनकी कीमत भी अधिक है. बावजूद इसके साल-दर-साल इसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है.

Crackle sweets craze increases in Jodhpur
जोधपुर में क्रेकल स्वीट्स का बढ़ा क्रेज
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 10, 2023, 7:03 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 10:52 PM IST

जोधपुर की खास क्रैकर स्वीट्स

जोधपुर. खुशियों का महापर्व पांच दिवसीय दिवाली शुरू हो चुकी है. इस बीच बाजार में पटाखे 25 से 30 फीसदी बढ़े दामों में बिक रहे हैं, लेकिन जोधपुर में रोशनी और आवाज करने वाले पटाखों से ज्यादा मीठे पटाखे की मांग है. इसे स्वीट्स क्रैकर के नाम से जाना जाता है. देखने में तो ये हूबहू पटाखों की तरह ही लगते हैं, बस इन्हें जलाया नहीं जा सकता है, क्योंकि स्वीट्स क्रैकर पटाखें नहीं बल्कि मिठाई हैं. ऐसी मिठाई जो बहुत महंगी हैं, बावजूद इसके शहर में इसकी डिमांड बनी हुई है.

1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही मिठाई : शहर में केवल एक स्वीट्स फर्म ही सात साल से यह क्रैकर स्वीट्स बना रही है. हालांकि यह क्रैकर स्वीट्स आम मिठाइयों से खासी महंगी है, क्योंकि पटाखों का आकार देने में सिर्फ काजू, पिस्ता व बादाम का उपयोग किया गया है. अभी ये 1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही हैं. इस मिठाई की ऐसी डिमांड बढ़ी है कि हर दिन क्रैकर स्वीट्स शॉर्ट पड़ रही है. ग्राहकों को लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है. इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी या फिर दिया बाती ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं. यह हुबहू शिवाकाशी में बनने वाले पटाखों की कॉपी है. बस इनको चलाने के बजाय खाया जाता है. इनके ऊपर पटाखों की तरह ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का बनाया गया है.

पढ़ें : दिवाली-छठ पूजा के लिए जोधपुर के भगत की कोठी से स्पेशल वीकली ट्रेन 8 नवंबर से

दिल्ली मुम्बई भी सप्लाई : इस मिठाई को बनाने में इटेबल कलर इस्तेमाल किए गए है. स्वीट्स के संचालक निखिल व्यास बताते हैं कि हमने क्रैकर स्वीट्स की पूरी रेंज उतारी है. जोधपुर में इसका क्रेज बढ़ भी रहा है. इसके अलावा दिल्ली-मुंबई में भी हमने सप्लाई की है. दिवाली तक इसकी ओर अधिक बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है.

जोधपुर की खास क्रैकर स्वीट्स

जोधपुर. खुशियों का महापर्व पांच दिवसीय दिवाली शुरू हो चुकी है. इस बीच बाजार में पटाखे 25 से 30 फीसदी बढ़े दामों में बिक रहे हैं, लेकिन जोधपुर में रोशनी और आवाज करने वाले पटाखों से ज्यादा मीठे पटाखे की मांग है. इसे स्वीट्स क्रैकर के नाम से जाना जाता है. देखने में तो ये हूबहू पटाखों की तरह ही लगते हैं, बस इन्हें जलाया नहीं जा सकता है, क्योंकि स्वीट्स क्रैकर पटाखें नहीं बल्कि मिठाई हैं. ऐसी मिठाई जो बहुत महंगी हैं, बावजूद इसके शहर में इसकी डिमांड बनी हुई है.

1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही मिठाई : शहर में केवल एक स्वीट्स फर्म ही सात साल से यह क्रैकर स्वीट्स बना रही है. हालांकि यह क्रैकर स्वीट्स आम मिठाइयों से खासी महंगी है, क्योंकि पटाखों का आकार देने में सिर्फ काजू, पिस्ता व बादाम का उपयोग किया गया है. अभी ये 1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही हैं. इस मिठाई की ऐसी डिमांड बढ़ी है कि हर दिन क्रैकर स्वीट्स शॉर्ट पड़ रही है. ग्राहकों को लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है. इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी या फिर दिया बाती ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं. यह हुबहू शिवाकाशी में बनने वाले पटाखों की कॉपी है. बस इनको चलाने के बजाय खाया जाता है. इनके ऊपर पटाखों की तरह ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का बनाया गया है.

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दिल्ली मुम्बई भी सप्लाई : इस मिठाई को बनाने में इटेबल कलर इस्तेमाल किए गए है. स्वीट्स के संचालक निखिल व्यास बताते हैं कि हमने क्रैकर स्वीट्स की पूरी रेंज उतारी है. जोधपुर में इसका क्रेज बढ़ भी रहा है. इसके अलावा दिल्ली-मुंबई में भी हमने सप्लाई की है. दिवाली तक इसकी ओर अधिक बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है.

Last Updated : Nov 10, 2023, 10:52 PM IST
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