जयपुर. नशीली दवाओं की तस्करी के मामले में तफ्तीश में ढील के बदले 2 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल और दलाल सुमित के खिलाफ अब एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को एसीबी ने दिव्या मित्तल और सुमित के करीब 6 जिलों में ठिकानों पर छापेमारी की और संपत्ति के दस्तावेज सहित अन्य सबूत जुटाए.
एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि जयपुर में 200 फीट बाईपास स्थित दिव्या मित्तल के फ्लैट, झुंझुनूं के चिड़ावा स्थित उसके पैतृक घर, एक अन्य ठिकाने और उदयपुर में उसकी द नेचर होटल एंड रिसोर्ट व एक अन्य ठिकाने पर आज एसीबी की टीमों ने छापेमारी की है. चिड़ावा स्थित उसके पैतृक घर को एसीबी ने सील कर दिया है. वहां कोई मौके पर मिला नहीं. जबकि एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति के दो अलग-अलग मामले दिव्या मित्तल और सुमित के खिलाफ दर्ज किए हैं. जिन्हें जांच के लिए अजमेर और उदयपुर भेजा गया है. एसओजी के आईजी सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई है.
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एसीबी ने किया था गिरफ्तार, 100 दिन जेल में रहींः यह पूरा मामला नशीली दवाओं की तस्करी के मामले को लेकर दर्ज मुकदमों की जांच से जुड़ा है. देहरादून की हिमालय मेडिटेक के डायरेक्टर सुनील नंदवानी के खिलाफ अजमेर में तीन मुकदमें इस संबंध में दर्ज हुए. जिनकी जांच एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल को सौंपी गई. इन मामलों की जांच में ढील के बदले दिव्या ने 2 करोड़ की रिश्वत मांगी और एक करोड़ रुपए बतौर रिश्वत लिए. इसके चलते सुनील नंदवानी को 15 दिन में जमानत मिल गई. एसीबी ने दिव्या मित्तल को इस साल 16 जनवरी को अजमेर से हिरासत में लिया था और जयपुर लाकर गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद वह करीब 100 दिन जेल में रही और 31 मार्च को जमानत हुई.