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पंचायत पुनर्गठन को लेकर ढींढा और भगवतपुरा निवासियों का प्रदर्शन, चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

जयपुर की ढींढा और भगवतपुरा निवासियों ने पंचायत पुनर्गठन को लेकर मुख्य बस स्टैंड पर एकत्रित होकर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी ने पंचायत राज चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.

पंचायत पुनर्गठन विरोध प्रदर्शन, Panchayat reorganization protests
पंचायत पुनर्गठन विरोध प्रदर्शन
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Published : Feb 6, 2020, 2:09 PM IST

जयपुर. जिले की ग्राम पंचायत ढींढा निवासियों ने मुख्य बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी ने पंचायत राज चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है. यह मामला ग्राम पंचायत पुनर्गठन से जुड़ा हुआ है.

पंचायत पुनर्गठन को लेकर ढींढा और भगवतपुरा में विरोध प्रदर्शन

दूसरी ओर ग्राम भगवतपुरा के बाशिंदों ने भी मुख्य बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर, नवसृजित पंचायत समिति किशनगढ़ रेनवाल से हटाकर जोबनेर से जोड़ने की मांग की. भगवतपुरा गांव के बाशिंदों ने भी पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.

इस मामले को लेकर एक बैठक की गई और बैठक में सभी वक्ताओं ने पंचायत राज पुनर्गठन में बरती गई लापरवाही को लेकर जिम्मेदारों पर जमकर निशाना साधा. ग्रामीणों का आरोप है, कि ढींढा और भगवतपुरा से किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति की दूरी 40 किलोमीटर है. जबकि जोबनेर पंचायत समिति की दूरी 10 किलोमीटर है. ग्रामीणों का कहना है, कि सरकार का काम आम जनता को राहत देने का होता है. लेकिन सरकार ने पुनर्गठन कर राहत देने की बजाय ग्रामीणों को मुसीबत में डाल दिया है.

पढ़ें: स्पेशल: खेल से खिलवाड़...मिट्टी में खिलाते हैं और उम्मीद सोने का पदक लाएं

समाजसेवी और पूर्व पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर रणवा ने कहा, कि पंचायत चुनाव पुनर्गठन बाशिंदों को राहत देने के लिए किया गया था. इससे ग्राम पंचायतों को नजदीकी पंचायत समिति से जोड़कर राहत दी जानी थी, लेकिन हुआ इससे उल्टा. पुनर्गठन में राहत देने की बजाय जिम्मेदारों ने ग्रामीणों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है. चुनाव को लेकर लॉटरी निकलने के बाद संभावित दावेदारों ने पोस्टर, बैनर छपवा कर अपनी उम्मीदवारी सामने रख दी थी. वहीं ग्रामीणों के लामबंद होने पर दावेदार भी बैठक में उपस्थित हुए. जहां इन गांवों को जोबनेर पंचायत समिति में नहीं जोड़ने की दशा में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है.

जयपुर. जिले की ग्राम पंचायत ढींढा निवासियों ने मुख्य बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी ने पंचायत राज चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है. यह मामला ग्राम पंचायत पुनर्गठन से जुड़ा हुआ है.

पंचायत पुनर्गठन को लेकर ढींढा और भगवतपुरा में विरोध प्रदर्शन

दूसरी ओर ग्राम भगवतपुरा के बाशिंदों ने भी मुख्य बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर, नवसृजित पंचायत समिति किशनगढ़ रेनवाल से हटाकर जोबनेर से जोड़ने की मांग की. भगवतपुरा गांव के बाशिंदों ने भी पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.

इस मामले को लेकर एक बैठक की गई और बैठक में सभी वक्ताओं ने पंचायत राज पुनर्गठन में बरती गई लापरवाही को लेकर जिम्मेदारों पर जमकर निशाना साधा. ग्रामीणों का आरोप है, कि ढींढा और भगवतपुरा से किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति की दूरी 40 किलोमीटर है. जबकि जोबनेर पंचायत समिति की दूरी 10 किलोमीटर है. ग्रामीणों का कहना है, कि सरकार का काम आम जनता को राहत देने का होता है. लेकिन सरकार ने पुनर्गठन कर राहत देने की बजाय ग्रामीणों को मुसीबत में डाल दिया है.

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समाजसेवी और पूर्व पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर रणवा ने कहा, कि पंचायत चुनाव पुनर्गठन बाशिंदों को राहत देने के लिए किया गया था. इससे ग्राम पंचायतों को नजदीकी पंचायत समिति से जोड़कर राहत दी जानी थी, लेकिन हुआ इससे उल्टा. पुनर्गठन में राहत देने की बजाय जिम्मेदारों ने ग्रामीणों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है. चुनाव को लेकर लॉटरी निकलने के बाद संभावित दावेदारों ने पोस्टर, बैनर छपवा कर अपनी उम्मीदवारी सामने रख दी थी. वहीं ग्रामीणों के लामबंद होने पर दावेदार भी बैठक में उपस्थित हुए. जहां इन गांवों को जोबनेर पंचायत समिति में नहीं जोड़ने की दशा में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है.

Intro:जयपुर। जयपुर जिले की ग्राम पंचायत ढींढा के बाशिंदों ने मुख्य बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सभी ने पंचायत राज चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है यह मामला ग्राम पंचायत पुनर्गठन से जुड़ा हुआ है। दूसरी ओर ग्राम भगवतपुरा के बाशिंदों ने भी मुख्य बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर नवसृजित पंचायत समिति किशनगढ़ रेनवाल से हटाकर पंचायत समिति जोबनेर से जोड़ने की मांग की। भगवतपुरा गांव के बाशिंदों ने भी पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है।


Body:ग्राम पंचायत ढींढा व भगवतपुरा के सैकड़ों ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से प्रस्ताव लिया कि ग्राम पंचायत को नवसृजित किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति से हटाकर फिर से जोबनेर पंचायत समिति में नहीं जोड़ा जाता है तो पंचायत चुनाव में वह भागीदारी नहीं निभाएंगे और पूरी तरह से पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इस मामले को लेकर एक बैठक की गई और बैठक में सभी वक्ताओं ने पंचायत राज पुनर्गठन में बरती गई लापरवाही को लेकर जिम्मेदारों पर जमकर निशाना साधा। ग्रामीणों का आरोप है कि ढींढा व भगवतपुरा से किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति की दूरी 40 किलोमीटर है जबकि जोबनेर पंचायत समिति की दूरी 10 किलोमीटर है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार का काम आम जनता को राहत देने का होता है लेकिन सरकार ने पुनर्गठन कर राहत देने की बजाय ग्रामीणों को मुसीबत में डाल दिया है।
समाजसेवी एवं पूर्व पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर रणवा ने कहा कि पंचायत चुनाव पुनर्गठन बाशिंदों को राहत देने के लिए किया गया था इससे ग्राम पंचायतों को नजदीकी पंचायत समिति से जोड़कर राहत दी जानी थी लेकिन इससे उल्टा हुआ। पुनर्गठन में राहत देने की बजाय जिम्मेदारों ने ग्रामीणों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है पंचायत राज चुनाव को लेकर लॉटरी निकलने के बाद संभावित दावेदारों ने पोस्टर बैनर आदि छपवा कर अपनी उम्मीदवारी सामने रख दी थी लेकिन ग्रामीणों के लामबंद होने पर दावेदारों ने भी बैठक में उपस्थित होकर इन गांव को जोबनेर में पंचायत समिति में नहीं जोड़ने की दशा में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है।


बाईट
1. नंद किशोर रणवा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य
2. सुरेश कुमार शर्मा, समाजसेवी

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Conclusion:
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