जयपुर. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गंगानगर में अपनी सभा में पेपर लीक समेत कई मुद्दों को लेकर राजस्थान की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. केजरीवाल के आरोपों पर कांग्रेस की ओर से पलटवार किया गया है. उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और विधायक रोहित बोहरा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.
महेंद्र चौधरी ने कहा कि केजरीवाल राजस्थान में पेपर लीक की बात कह रहे हैं. उनके दिल्ली में पेपर लीक कैसे होता, जब दिल्ली में उन्होंने 8 साल में केवल 440 लोगों को नौकरी दी है. अगर उन्हें पेपर लीक देखना है तो वह पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार वाले राज्य में देख लें, जहां 12वीं के पेपर लीक हो जाते हैं. साथ ही नायब तहसीलदार का पेपर लीक हो जाता है. पंजाब स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का पेपर इसलिए रद्द करना पड़ जाता है, क्योंकि उसमें प्रश्न पत्र के साथ उत्तर भी मिल जाता है.
उन्होंने कहा कि गंगानगर में केजरीवाल ने राजस्थान में स्कूल नहीं खुलने की बात कही, लेकिन वह भूल गए कि वहां स्कूल ही नहीं, बल्कि मेडिकल कॉलेज तक राजस्थान की गहलोत सरकार ने खोल दिया है. महेंद्र चौधरी ने कहा कि जिस समय केजरीवाल कोविड-19 के समय बस लगाकर ड्रामा कर रहे थे, उस समय राजस्थान कोविड से लड़ने में देश में एक मॉडल के रूप में सामने आ रहा था.
वहीं, विधायक रोहित बोहरा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल यह कह रहे हैं कि पंजाब में 100000 लोगों को सरकारी नौकरी मिलेगी. पंजाब की स्थिति सरकारी कर्ज लेकर इतनी खराब हो चुकी है कि वह दिवालियापन की ओर बढ़ता जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली को शराब और पंजाब में फिर से खालिस्तान के सेंटीमेंट को जन्म देने वाली आम आदमी पार्टी को राजस्थान की जनता घुसने नहीं देगी. जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल और कर्नाटक में जमानत जप्त होने के रिकॉर्ड बनाए हैं. वही रिकॉर्ड राजस्थान में आम आदमी पार्टी का कायम रहेगा.