जयपुर. राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त किए जाने के विरोध में कांग्रेस पार्टी लगातार सड़कों पर उतर रही है. इसी कड़ी में 28 और 29 मार्च को कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता अलग-अलग राज्यों में केंद्र सरकार की गलत नीतियों को लेकर "डेमोक्रेसी डिसक्वालिफाइड" विषय पर मीडिया से रूबरू होंगे.
सचिन पायलट का नाम नदारद - इस बार राजस्थान में संभवत पहली बार जयपुर के साथ ही जोधपुर, उदयपुर और कोटा 4 जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. इस बार हैरान करने वाली बात यह है कि देश के अलग-अलग राज्यों में होने वाली कांग्रेस पार्टी की इन प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के नेताओं में सचिन पायलट का नाम नदारद है. इसके विपरीत पिछले 2 साल से यह देखा जा रहा है कि किसी भी राज्य में चुनाव हों या कांग्रेस के किसी मुद्दे को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उठाना हो, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही राजस्थान के दूसरे नेता के तौर पर सचिन पायलट भी होते थे.
सचिन पायलट की नाराजगी बड़ा कारण - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अहमदाबाद में 29 मार्च को पीसी करेंगे. लेकिन पायलट का नाम शामिल नहीं होने से सवाल खड़ा होता है कि हर बार जिन सचिन पायलट को कांग्रेस पार्टी ऐसे मौके पर आगे रखती रही है, वह इस सूची से गायब क्यों है? क्या इसके पीछे का बड़ा कारण सचिन पायलट की नाराजगी है या फिर कांग्रेस आलाकमान ने ही पायलट का नाम इस बार शामिल नहीं किया है. आपको बता दें कि सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान के राजस्थान को लेकर निर्णय नहीं लिए जाने, विधायक दल की बैठक नहीं बुलाने और 25 सितंबर की घटना में शामिल समानांतर विधायक दल बुलाने वाले नेताओं पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज चल रहे हैं. राहुल गांधी की सदस्यता जाने के विवाद में शिवाय एक ट्वीट के सचिन पायलट इस बार कहीं सक्रिय भी नहीं दिखाई दिए हैं.
पहली बार जयपुर के अलावा जिलों में भी प्रेस कॉन्फ्रेंस - राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर राजधानी जयपुर में हर बार राष्ट्रीय नेताओं की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाती रही है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि जयपुर के साथ ही उदयपुर, जोधपुर और कोटा में भी राष्ट्रीय नेताओं की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. जयपुर में दीपेंद्र हुड्डा, जोधपुर में आलोक शर्मा, उदयपुर में अभय दुबे और कोटा में संदीप दीक्षित मीडिया के सामने अपनी बात रखेंगे.
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