जयपुर. राजस्थानी भाषा को राजभाषा बनाने की मांग को लेकर प्रदेश के युवा रविवार को गोविंद देव जी को ज्ञापन देने पहुंचे. मंदिर के प्रांगण में बड़ी संख्या में एकजुट होकर राजस्थान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस बजट सत्र में राजस्थानी भाषा को राजभाषा का दर्जा नहीं दिया गया तो आगामी चुनाव में कांग्रेस सरकार को रिपीट नहीं होने देंगे. इस दौरान मंदिर पहुंचे राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने युवाओं को सरकार की तरफ से आश्वस्त किया.
राजस्थानी युवा समिति के बैनर तले युवा गोविंद देव जी मंदिर के नजदीक एकत्रित हुए और यहां से काफिले के रूप में मंदिर प्रांगण में पहुंच ठाकुर जी को राजस्थानी भाषा को राजभाषा बनाने की मांग का ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रीय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई ने बताया कि ये सरकार खुद को राजा मान बैठी है और युवाओं के साथ अच्छा आचरण नहीं कर रही. इसलिए युवा जयपुर के असली राजा गोविंद देव जी को ज्ञापन देने आए हैं. इस दौरान राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ज्ञापन लेने पहुंचे. साथ ही युवाओं को सरकार की तरफ से आश्वस्त किया.
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सरकार को चेताया : राजस्थानी युवा समिति के आह्वान पर गोविंद देव जी मंदिर में एकत्र हुए युवाओं में राजस्थान की सातों मुख्य यूनिवर्सिटी के छात्रनेताओं सहित राजस्थानी युवा समिति की जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, उदयपुर, कोटा, चुरू, अजमेर और अन्य जिलों के पदाधिकारी भी ज्ञापन देने जयपुर पहुंचे. यहां युवाओं ने एक स्वर में गोविंद देव जी के मार्फत सरकार को चेताया कि इस सत्र में राजस्थानी को राजभाषा नहीं बनाया गया तो आगामी चुनावों में अशोक गहलोत की सरकार रिपीट नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में युवा बूथ लेवल पर सरकार की खिलाफत करेंगे. उन्होंने राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा मिलने से रोजगार में बढ़ोतरी होने और भाषा की मान्यता से होने वाले फायदों को भी गिनाया. राजवीर ने बताया कि बृज, मेवाती, हाड़ौती, मारवाड़ी के साथ ही 2003 के प्रस्ताव में इसी सरकार की ओर से केंद्र को भेजी गईं बोलियां मिलकर ही राजस्थानी बनाती हैं. राजस्थानी युवा समिति सरकार से वही प्रस्ताव राज्य में लागू करने की मांग कर रही है.
ट्विटर पर छेड़ी मुहीम : राजस्थानी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर हर जिले, संभाग में 'हेलो मायड़ भासा रो' के नाम से कार्यक्रम किए जा रहे हैं. वहीं पूरे विश्व में फैले राजस्थानियों का समर्थन जुटाने के लिए ट्विटर पर एक मुहीम छेड़ी गई है, जिससे ट्विटर पर 'राजस्थानी_मांगे_राजभासा' हेसटैग से ट्वीट कर रहे हैं.