जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने गहलोत सरकार को घेरते हुए चेतावनी दी कि अगर मुख्यमंत्री ने राज्यसभा चुनाव के दौरान स्थानीय युवाओं को नौकरी और किसानों को पानी देने का वादा पूरा नहीं किया तो वे फिर से आंदोलन करेंगे.
बलजीत यादव ने कहा कि सरकार युवाओं और किसान के गुस्से को अंडर एस्टीमेट कर रही है, क्योंकि किसानों के बच्चे बेरोजगार हैं. उनके पास बिजली, पानी नहीं है. उस गुस्से के बारूद के ढेर पर हम बैठे हैं. यादव ने कहा कि सरकार इस बजट में घोषणा करे ताकि बाहर के लोगों को राजस्थान में नौकरी नहीं मिले. जबकि 22 स्टेट में राजस्थान का एक भी बेरोजगार सेलेक्ट नहीं होता. राज्यसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ने मुझे वादा किया था कि 90 से 100% सरकारी नौकरी में आरक्षण मिले और प्राइवेट में 60% आरक्षण मिले.
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यादव ने कहा कि राजस्थान का युवा अनाथ नहीं है, बंगाल में जाओ तो बांग्ला आनी जरूरी, बिहार में जाओ तो बिहारी जानने वाला और यही हाल अन्य राज्यों में हैं, तो फिर राजस्थान में स्थानीय को नौकरी क्यों नहीं. यादव ने कहा कि अगर सरकार ने मेरी मांग नहीं मानी तो विधायक बलजीत यादव फिर से दौड़ लगाएगा. फिर भी सरकार ने गम्भीरता से नहीं लिया, तो ऐसा आंदोलन करूंगा कि सरकार ने कभी सोचा नहीं होगा. बलजीत यादव ने कहा कि सरकार ने चंबल का पानी हमारे क्षेत्र में लाने की बात कही थी, लेकिन सरकार कुश्ती लड़ रही है. हमें मजदूर, किसान और 36 कॉम ने जीतकर भेजा है, हम उन्हीं के लिए काम करेंगे.
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पेपर लीक को लेकर उन्होंने कहा कि राम कृपाल मीणा कैसे उस तिजोरी तक पहुंचा और जब इस सदन में बताया कि कलेक्टर ने राम कृपाल मीणा की ड्यूटी लगाई तो वह कलेक्टर क्यों गिरफ्तार नहीं हुआ? उस बड़ी मछली को किसने बचाया. छोटे-छोटे आदमी पकड़ कर हम खानापूर्ति नहीं कर सकते. बार-बार पेपर लीक से लोगों का विश्वास हमारे ऊपर से उठ गया. कानून बनाने से नहीं होगा, उसे ईमानदारी से लागू करना होगा. चुनाव के बाद 4 साल तक ना भाजपा और न कांग्रेस नौकरी देती है.