जयपुर. प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए ब्राह्मण सीएम बनाने की मांग उठने लगी (Demand of Brahman CM in Rajasthan) है. राजधानी में चाणक्य गण समिति की ओर से 'ब्राह्मण एजेंडा प्रथम' की घोषणा की गई है. ब्राह्मण समाज ने दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस से मांग की है कि 33 साल बाद अब राजस्थान में ब्राह्मण मुख्यमंत्री बनाया जाए. चाणक्य गणित समिति की ओर से मांग की गई है कि मुख्यमंत्री की घोषणा विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले जो भी पार्टी करेगी, उसी पार्टी को राज्य के सभी ब्राह्मण मतदान करेंगे.
चाणक्य गण समिति के संयोजक योगेश्वर नारायण शर्मा ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस से उनकी मांग है कि 141 अनारक्षित सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशियों को टिकट दिया जाए. इस तरह कुल 282 ब्राह्मण प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे जाएं. जो पार्टी अधिकतम ब्राह्मण प्रत्याशियों को टिकट देगी, समाज उसी के पक्ष में मतदान करेगा. उन्होंने कहा कि अब ब्राह्मणों को 'पार्टी ब्राह्मण विधायक' नहीं बल्कि ब्राह्मणों का 'ब्राह्मण विधायक' चाहिए. उन्होंने कहा कि 33 साल बाद राजस्थान में ब्राह्मण मुख्यमंत्री दिया जाए और चुनाव से 6 महीने पहले इसकी घोषणा की जाए.
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