जयपुर. प्रदेश में रात 8 बजे के बाद अवैध शराब बिक्री के मामलों में स्थानीय पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से रविवार को पूरे राज्य में डिकॉय ऑपरेशन चलाया गया. इस ऑपरेशन में टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले में कोई अनियमितता नहीं पाई. बाकी जगहों पर अनियमितता पाए जाने पर 17 थानाधिकारों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है. डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रात 8 बजे के बाद अधिकृत शराब की दुकानों से शराब विक्रय होने के बारे में खेद व्यक्त करते हुए सभी जिलों के एसपी को इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
कुछ जिलों में इन निर्देशों की पालना नहीं होने के संबंध में मिली जानकारी पर पुलिस मुख्यालय ने रविवार को डिकोय ऑपरेशन चलाया गया. पुलिस मुख्यालय की ओर से जयपुर दक्षिण, डूंगरपुर, उदयपुर, हनुमानगढ़, बीकानेर, सिरोही, पाली, जोधपुर पूर्व व पश्चिम, चूरु और चित्तौड़गढ़ में टीम भेजकर डिकॉय ऑपरेशन किया गया. इन सभी जिलों में डिकॉय ऑपरेशन के दौरान पाया गया कि चित्तौड़गढ़ के अलावा चयनित किए गए सभी जगहों पर रात 8 बजे के बाद भी निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर शराब बिक रही थी.
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पुलिस मुख्यालय की डिकॉय ऑपरेशन टीम ने चित्तौड़गढ़ के अलावा जयपुर के मानसरोवर, डूंगरपुर के बिछीवाड़ा व सागवाड़ा, उदयपुर के हिरण मगरी, हनुमानगढ़ के टाउन, बीकानेर के जय नारायण व्यास कॉलोनी, कोटगेट व नोखा, सिरोही के शिवगंज व पाली के बैर व जैतारण, जोधपुर पूर्व के रातानाड़ा, जोधपुर पश्चिम के प्रताप नगर, प्रताप नगर सदर और चूरू के कोतवाली व सुजानगढ़ क्षेत्रों में यह ऑपरेशन किया. डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर दिए गए निर्देशों की पालना नहीं करने पर इन जिलों में 17 थानाधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की गई है. निर्धारित समय के बाद अधिकृत शराब की दुकानों से शराब विक्रय नहीं होने के संबंध में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी. भविष्य में भी इस प्रकार के डिकोय ऑपरेशन निरंतर जारी रहेंगे.