कोटपूतली (जयपुर). क्षेत्र में शनिवार को सरदार जनाना अस्पताल में बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग की गई. गौशाला रोड, गोपालपुरा रोड, बामनवास, बनेठी और कई दूसरे गांवों में टीमों ने जाकर ऐसे लोगों का डेटा इकट्ठा किया. वहीं ITI के पास रहने वाला और गुजरात से आया एक परिवार खुद अस्पताल में अपनी स्क्रीनिंग कराने पहुंचा.
डॉक्टरों ने इनके खुद अस्पताल आने के कदम की तारीफ की. इस परिवार के पांच सदस्यों की प्रभारी डॉ. आशीष सिंह और उनकी टीम ने जांच की. जांच में नॉर्मल पाए जाने पर इन्हे सावधानी बरतने की सलाह देकर घर भेज दिया गया है.
पढ़ेंः बांसवाड़ाः बंदूक की नोंक पर व्यापारी से लूटे 3.50 लाख रूपए, बदमाशों को लोगों ने पकड़कर किया पुलिस के हवाले
वहीं कोटपूतली में ही बानसूर रोड पर पूर्वा सिनेमा के पास एक कोरोना संदिग्ध मिलने से अफरा तफरी मच गई. इस शख्स के गले में दर्द था, मुंह सूजा हुआ था, सिर में दर्द था और खांसी भी आ रही थी. यह बानसूर में हमीरपुर का रहने वाला है और फिलहाल चित्तौड़ से भीलवाड़ा होते हुए आ रहा था. बता दें कि भीलवाड़ा इस समय राजस्थान में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित जिला है. यह दीवान कट पर किसी गाड़ी से उतरकर बानसूर रोड होते हुए पैदल ही अपने गांव हमीरपुर जा रहा था.
पूर्वा सिनेमा मोड़ पर एक मेडिकल पर इसने खांसी-बुखार की दवा मांगी, तो कोरोना जैसे लक्षण देखकर केमिस्ट ने फौरन तिराहे पर खड़े पुलिसवालों को सूचना दी. पुलिसकर्मियों ने इसे एक तरफ कोने में अलग-थलग खड़ा कर दिया. BCMO डॉ. रामनिवास यादव को सूचना दी गई. लेकिन काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची. जबकि इसे जांच के लिए राजकीय बीडीएम अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराना जरूरी था.
पढ़ेंः जोधपुर में 1 कोरोना पॉजिटिव मिला, 1 हजार लोग होम आइसोलेशन में
अब इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग सकेगा कि यह कोरोना पीड़ित है या नहीं. अगर कहीं इसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई तो यह कोटपूतली के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि हमारे सामने ही इसने केमिस्ट शॉप के काउंटर को छुआ था. कई पुलिसकर्मी भी इसके नजदीक खड़े थे. चित्तौड़गढ़ से यहां पहुंचने के दौरान भी पता नहीं यह कितने लोगों के संपर्क में भी आया होगा.