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जयपुर: कोरोना ने बिगाड़ा रसोई का बजट, कई सामानों का भाव 25 फीसदी बढ़ा - कोरोना ने बिगाड़ा रसोई का बजट

कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण बढ़ रही महंगाई से घर में रसोई का बजट गडबड़ा गया है. साथ ही पिछले एक महीने में राशन सहित रसोई में काम आने वाले कई सामानों का भाव 25 फीसदी बढ़ गया है.

Corona spoiled kitchen budget
कोरोना ने बिगाड़ा रसोई का बजट
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Published : Apr 26, 2021, 3:45 PM IST

रेनवाल (जयपुर). बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से कोरोना लगातार बढ़ रही महंगाई से घर में रसोई का बजट गडबड़ा गया है. पिछले एक माह में राशन सहित रसोई में काम आने वाले कई सामान का भाव 25 फीसदी तक बढ़ गया है. वहीं, बढ़ती महंगाई से लोगों को दोहरी मार पड़ रही है. एक इस महामारी की वजह से लोगों का काम धंघा बंद है. दूसरी तरफ लगातार बढ़ रही महंगाई लोगों की नींद उडा रही है.

बता दें कि कोविड की वजह से महंगाई का सबसे ज्यादा असर प्राईवेट नौकरी या दिन दहाड़ी मजदूरों पर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा महंगाई तेल में आई है. साथ ही सरसो, मूंगफली और रिफाइंड तेल में बेतहासा बढ़ने से साबुन भी महंगी हो गई है. इसके अलावा नहाने और कपड़े धोने के साबुन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जानकारी अनुसार जहां एक महीने पहले आटा 20 रुपए प्रति किलो के भाव से आ रहा था, अब 24 रुपए हो गया है.

पढ़ें: COVID-19 : जानें राजस्थान के प्रमुख शहरों में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स

इसी तरह चीनी 35 रुपए की जगह 38 रुपए किलो हो गई है. साथ ही बेसन 55 रुपए की जगह 75 रुपए प्रति किलो हो गया है. इसी तरह दाल मोगर 85 रुपए की जगह 95 रुपए, दाल चना 55 रुपए की जगह 70 रुपए, दाल अरहर 90 की जगह 120 रुपए और काबूली चना 70 की जगह 110 रुपए प्रतिकिलो की बढ़ोतरी हुई है.

इसके अलावा तेल की बात करें तो सरसो तेल 120 रुपए प्रति किलो की जगह 160 प्रति किलो हो गया है. और रिफाइंड तेल 120 रुपए की जगह 160 प्रति किलो, मूंगफली तेल 160 रुपए की जगह 190, वनस्पति घी 130 की जगह 160, जीरा 160 की जगह 180, मसाला मिर्च 200 की जगह 220, मसाला धनिया 120 की जगह 140, मसाला हल्दी 140 की जगह 170 और काली मिर्च 450 रुपए की जगह 500 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है.

रेनवाल (जयपुर). बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से कोरोना लगातार बढ़ रही महंगाई से घर में रसोई का बजट गडबड़ा गया है. पिछले एक माह में राशन सहित रसोई में काम आने वाले कई सामान का भाव 25 फीसदी तक बढ़ गया है. वहीं, बढ़ती महंगाई से लोगों को दोहरी मार पड़ रही है. एक इस महामारी की वजह से लोगों का काम धंघा बंद है. दूसरी तरफ लगातार बढ़ रही महंगाई लोगों की नींद उडा रही है.

बता दें कि कोविड की वजह से महंगाई का सबसे ज्यादा असर प्राईवेट नौकरी या दिन दहाड़ी मजदूरों पर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा महंगाई तेल में आई है. साथ ही सरसो, मूंगफली और रिफाइंड तेल में बेतहासा बढ़ने से साबुन भी महंगी हो गई है. इसके अलावा नहाने और कपड़े धोने के साबुन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जानकारी अनुसार जहां एक महीने पहले आटा 20 रुपए प्रति किलो के भाव से आ रहा था, अब 24 रुपए हो गया है.

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इसी तरह चीनी 35 रुपए की जगह 38 रुपए किलो हो गई है. साथ ही बेसन 55 रुपए की जगह 75 रुपए प्रति किलो हो गया है. इसी तरह दाल मोगर 85 रुपए की जगह 95 रुपए, दाल चना 55 रुपए की जगह 70 रुपए, दाल अरहर 90 की जगह 120 रुपए और काबूली चना 70 की जगह 110 रुपए प्रतिकिलो की बढ़ोतरी हुई है.

इसके अलावा तेल की बात करें तो सरसो तेल 120 रुपए प्रति किलो की जगह 160 प्रति किलो हो गया है. और रिफाइंड तेल 120 रुपए की जगह 160 प्रति किलो, मूंगफली तेल 160 रुपए की जगह 190, वनस्पति घी 130 की जगह 160, जीरा 160 की जगह 180, मसाला मिर्च 200 की जगह 220, मसाला धनिया 120 की जगह 140, मसाला हल्दी 140 की जगह 170 और काली मिर्च 450 रुपए की जगह 500 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है.

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