जयपुर. हाल ही में रणथंभौर नेशनल पार्क में एक टाइगर के गले में तार का फंदा मिला था जिसके बाद प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया. अलर्ट जारी होने के बाद भी रणथंभौर अभ्यारण में ही विस्फोटक पदार्थ से एक मवेशी को निशाना बनाया गया. खाने की चीज में विस्फोटक मिलाया गया था और मवेशी के खाते ही विस्फोट हो गया और पूरा मुंह मवेशी का क्षत-विक्षत हो गया. वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं. सरिस्का कंट्रोल रूम नंबर 9462881277 पर शिकायतें या सूचनाएं दी जा सकेंगी.
वहीं रणथंभौर में कंट्रोल रूम नंबर 07462220530 पर शिकायतें और सूचनाएं दी जा सकती है. रणथंभौर में फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा के निर्देश पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. लेकिन कंट्रोल रूम स्थापित करने के पहले दिन ही वन विभाग की लापरवाही भी सामने आई. रणथंभौर टाइगर पार्क के कंट्रोल रूम नंबर पर कॉल करने पर पता चलता है कि नंबर अस्तित्व में ही नहीं है. वन और वन्यजीवों की पुख्ता सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम नंबर जारी किया गया था. मामले की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को मिलते ही समस्या को दुरुस्त करने का प्रयास किया गया.
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सवाईमाधोपुर रणथंभौर बाघ परियोजना के अधिकारियों के मुताबिक रणथंभौर टाइगर रिजर्व में विभिन्न प्रकार के वन और वन्यजीव अपराधों पर प्रभावी रोकथाम और वन्यजीवों के रेस्क्यू कार्य समय पर संपादित करने के लिए सूचना तंत्र को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से वायरलेस कंट्रोल रूम सवाईमाधोपुर मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. रणथंभौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वन और वन्यजीव सुरक्षा, वन अपराधों की सूचना, वन्यजीवों के रेस्क्यू कार्य के लिए कंट्रोल रूम नंबर पर शीघ्र सूचना दी जा सकती है ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके.