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PM Modi पर टिप्पणी कर गिरफ्तार होने वाले पवन खेड़ा का राजस्थान हो सकता है अगला ठिकाना

पीएम मोदी पर टिप्पणी कर विवादों में पड़ने वाले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा राजस्थान की उदयपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. कयास यह भी हैं कि वे मुख्य विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में हिस्सा ले सकते हैं.

Congress spokesperson Pawan Khera may contest poll in Rajasthan
PM Modi पर टिप्पणी कर गिरफ्तार होने वाले पवन खेड़ा का राजस्थान हो सकता है अगला ठिकाना
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Published : Feb 27, 2023, 6:27 PM IST

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद टिप्पणी करने के चलते कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पवन खेड़ा रायपुर अधिवेशन के बाद दिल्ली नहीं जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सीधे जयपुर पहुंचे. यहां खेड़ा ने गहलोत से लंबी चर्चा की. संभव है कि वह मंगलवार को मीडिया से रूबरू भी होंगे. इधर चर्चा इस बात को लेकर भी है कि अब पवन खेड़ा अपने पैतृक प्रदेश राजस्थान को ही नया ठिकाना बना सकते हैं, क्योंकि पवन खेड़ा उदयपुर के निवासी हैं ऐसे में अब यह माना जा रहा है की पवन खेड़ा को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की उदयपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है.

हालांकि गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर कम समय बचने के चलते उपचुनाव होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है. लेकिन मुख्य चुनाव में पवन खेड़ा कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं. उदयपुर विधानसभा से वैसे भी बीते चार चुनाव से गुलाबचंद कटारिया विधायक बन रहे थे. उससे पहले भी 1998 का चुनाव छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर समय भाजपा का ही इस सीट पर कब्जा रहा है. कटारिया 1977 से लेकर अब तक जनता पार्टी और भाजपा से 6 बार उदयपुर विधानसभा से विधायक रहे हैं. क्योंकि यह सीट कांग्रेस की उन सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है.

पढ़ें: रायपुर अधिवेशन में आ रहे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली में फ्लाइट से उतारा, कांग्रेस नेताओं ने दिया धरना

ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि इस सीट पर वीआईपी उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस टक्कर में आ सके. यही कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि खेड़ा अब राजस्थान को अपना नया ठिकाना बनाएं और उदयपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें. आपको बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी पवन खेड़ा के राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं. अब जिस तरह से पवन खेड़ा अचानक प्रधानमंत्री पर हुई टिप्पणी के बाद चर्चाओं में आ गए हैं.

पढ़ें: SC Extends Pawan Kheras interim protection : पवन खेड़ा को राहत, अंतरिम जमानत तीन मार्च तक बढ़ी

कांग्रेस चाहती है कि खेड़ा का राजनीतिक करियर उनके गृह प्रदेश राजस्थान और पैतृक आवास वाली उदयपुर विधानसभा से किया जाए, ताकि लंबे समय से जिस सीट पर कांग्रेस हार देख रही है उसमें वह खेड़ा के जरिए जीत दर्ज कर सके. इस विधानसभा से चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास की उम्र अब ज्यादा हो चुकी है. कांग्रेस ने अन्य नेताओं को इस सीट पर आजमा कर देख लिया है, लेकिन जीत नहीं मिली. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को हुई सुनवाई में पवन खेड़ा की अंतरिम जमानत 3 मार्च तक बढ़ा दी गई है.

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद टिप्पणी करने के चलते कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पवन खेड़ा रायपुर अधिवेशन के बाद दिल्ली नहीं जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सीधे जयपुर पहुंचे. यहां खेड़ा ने गहलोत से लंबी चर्चा की. संभव है कि वह मंगलवार को मीडिया से रूबरू भी होंगे. इधर चर्चा इस बात को लेकर भी है कि अब पवन खेड़ा अपने पैतृक प्रदेश राजस्थान को ही नया ठिकाना बना सकते हैं, क्योंकि पवन खेड़ा उदयपुर के निवासी हैं ऐसे में अब यह माना जा रहा है की पवन खेड़ा को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की उदयपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है.

हालांकि गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर कम समय बचने के चलते उपचुनाव होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है. लेकिन मुख्य चुनाव में पवन खेड़ा कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं. उदयपुर विधानसभा से वैसे भी बीते चार चुनाव से गुलाबचंद कटारिया विधायक बन रहे थे. उससे पहले भी 1998 का चुनाव छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर समय भाजपा का ही इस सीट पर कब्जा रहा है. कटारिया 1977 से लेकर अब तक जनता पार्टी और भाजपा से 6 बार उदयपुर विधानसभा से विधायक रहे हैं. क्योंकि यह सीट कांग्रेस की उन सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है.

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ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि इस सीट पर वीआईपी उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस टक्कर में आ सके. यही कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि खेड़ा अब राजस्थान को अपना नया ठिकाना बनाएं और उदयपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें. आपको बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी पवन खेड़ा के राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं. अब जिस तरह से पवन खेड़ा अचानक प्रधानमंत्री पर हुई टिप्पणी के बाद चर्चाओं में आ गए हैं.

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कांग्रेस चाहती है कि खेड़ा का राजनीतिक करियर उनके गृह प्रदेश राजस्थान और पैतृक आवास वाली उदयपुर विधानसभा से किया जाए, ताकि लंबे समय से जिस सीट पर कांग्रेस हार देख रही है उसमें वह खेड़ा के जरिए जीत दर्ज कर सके. इस विधानसभा से चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास की उम्र अब ज्यादा हो चुकी है. कांग्रेस ने अन्य नेताओं को इस सीट पर आजमा कर देख लिया है, लेकिन जीत नहीं मिली. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को हुई सुनवाई में पवन खेड़ा की अंतरिम जमानत 3 मार्च तक बढ़ा दी गई है.

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