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विधानसभा में रखा जाएगा CAA पर प्रस्ताव, कांग्रेस करेगी समर्थन तो भाजपा विरोध

राजस्थान विधानसभा में शनिवार को कांग्रेस CAA के खिलाफ प्रस्ताव लाएगी, जिसका बीजेपी पुरजोर विरोध करेगी. शांति धारीवाल की ओर से प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव में लिखा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के माध्यम से किया गया संशोधन धार्मिक आधारों पर लोगों में विभेद करता है.

राजस्थान विधानसभा में सतीश पूनिया,  Satish punia in rajasthan assembly
सतीश पूनिया
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Published : Jan 25, 2020, 1:37 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शनिवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होगा. सीधे सदन की कार्रवाई शुरू होगी. जिसमें शुरुआत में रामेश्वर प्रसाद गुर्जर जो छठी और 9वीं विधानसभा में सदस्य रहे उनको लेकर श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन विद्युत कंपनियों के 19 में वार्षिक प्रतिवेदन रखे जाएंगे.

प्रस्ताव को लेकर क्या बोले सतीश पूनिया...यहां जानें

इसके ठीक बाद सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2020 रखा जाएगा और राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद शुरू होगा. इसके बाद सदन में प्रस्ताव लाने का काम होगा, जिसमें पहले SC-ST कानून के 126 वें संशोधन पर प्रस्ताव लाया जाएगा. जिस पर भाजपा और कांग्रेस एक साथ खड़ी दिखाई देगी.

लेकिन ठीक इसके बाद राज्य सरकार की ओर से CAA के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा. जिस पर भाजपा और कांग्रेस दोनों की राय अलग-अलग है. शांती धारीवाल की ओर से प्रस्तुत प्रस्ताव में लिखा गया है कि, देश में लोगों के बड़े वर्ग में व्यापक आशंका है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की एक ही प्रस्तावना है. नागरिकता संशोधन अधिनियम के माध्यम से किए गए हाल ही के संशोधन जो कि धार्मिक आधारों पर लोगों में विभेद करते हैं, जो व्यक्तियों के एक वर्ग को भारत की नागरिकता से वंचित करने के लिए बनाए गए हैं.

पढ़ें- बजट सत्र में जिस बैनर को पहनकर विधायक पहुंची थीं उस पर क्या लिखा था....

इसके अतिरिक्त देश में रह रहे समझदार व्यक्तियों से चाही जाने वाली प्रस्तावित अतिरिक्त सूचना के बड़े पैमाने पर जनसंख्या को बड़ी असुविधा होने की संभावना है, जिसका कोई वास्तविक लाभ नहीं होगा.

CAA पर प्रस्ताव को लेकर बोले महेश जोशी...यहां जानें

आसाम राज्य इसका जीवंत उदाहरण है. इसलिए सदन केंद्रीय सरकार से यह आग्रह करने का संकल्प करता है कि केंद्र सरकार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को प्रतिसंह्रतकरने के साथ-साथ और इसलिए कि लोगों के मन में ऐसी आशंकाओं को दूर किया जाए ऐसी नई सूचनाएं जिन्हें राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2020 में अध्ययन करने के लिए चाहा गया है, को भी वापस लेना चाहिए, उसके पश्चात ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अधीन गणना करने का कार्य हाथ में लेना चाहिए.

ऐसे में साफ है कि प्रस्ताव केवल CAA के विरोध में नहीं आ रहा है. बल्कि NPR और NCR के खिलाफ भी रखा जाएगा. भाजपा ने इसे लेकर साफ तौर पर विरोध करने की बात कही है. भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा सदन में इसका पुरजोर विरोध करेगी.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शनिवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होगा. सीधे सदन की कार्रवाई शुरू होगी. जिसमें शुरुआत में रामेश्वर प्रसाद गुर्जर जो छठी और 9वीं विधानसभा में सदस्य रहे उनको लेकर श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन विद्युत कंपनियों के 19 में वार्षिक प्रतिवेदन रखे जाएंगे.

प्रस्ताव को लेकर क्या बोले सतीश पूनिया...यहां जानें

इसके ठीक बाद सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2020 रखा जाएगा और राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद शुरू होगा. इसके बाद सदन में प्रस्ताव लाने का काम होगा, जिसमें पहले SC-ST कानून के 126 वें संशोधन पर प्रस्ताव लाया जाएगा. जिस पर भाजपा और कांग्रेस एक साथ खड़ी दिखाई देगी.

लेकिन ठीक इसके बाद राज्य सरकार की ओर से CAA के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा. जिस पर भाजपा और कांग्रेस दोनों की राय अलग-अलग है. शांती धारीवाल की ओर से प्रस्तुत प्रस्ताव में लिखा गया है कि, देश में लोगों के बड़े वर्ग में व्यापक आशंका है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की एक ही प्रस्तावना है. नागरिकता संशोधन अधिनियम के माध्यम से किए गए हाल ही के संशोधन जो कि धार्मिक आधारों पर लोगों में विभेद करते हैं, जो व्यक्तियों के एक वर्ग को भारत की नागरिकता से वंचित करने के लिए बनाए गए हैं.

पढ़ें- बजट सत्र में जिस बैनर को पहनकर विधायक पहुंची थीं उस पर क्या लिखा था....

इसके अतिरिक्त देश में रह रहे समझदार व्यक्तियों से चाही जाने वाली प्रस्तावित अतिरिक्त सूचना के बड़े पैमाने पर जनसंख्या को बड़ी असुविधा होने की संभावना है, जिसका कोई वास्तविक लाभ नहीं होगा.

CAA पर प्रस्ताव को लेकर बोले महेश जोशी...यहां जानें

आसाम राज्य इसका जीवंत उदाहरण है. इसलिए सदन केंद्रीय सरकार से यह आग्रह करने का संकल्प करता है कि केंद्र सरकार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को प्रतिसंह्रतकरने के साथ-साथ और इसलिए कि लोगों के मन में ऐसी आशंकाओं को दूर किया जाए ऐसी नई सूचनाएं जिन्हें राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2020 में अध्ययन करने के लिए चाहा गया है, को भी वापस लेना चाहिए, उसके पश्चात ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अधीन गणना करने का कार्य हाथ में लेना चाहिए.

ऐसे में साफ है कि प्रस्ताव केवल CAA के विरोध में नहीं आ रहा है. बल्कि NPR और NCR के खिलाफ भी रखा जाएगा. भाजपा ने इसे लेकर साफ तौर पर विरोध करने की बात कही है. भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा सदन में इसका पुरजोर विरोध करेगी.

Intro:राजस्थान विधानसभा में रखा जाएगा सरकार की ओर से सीएम के विरोध में प्रस्ताव तो भाजपा करेगी इसका पुरजोर विरोध केवल सीए ए ही नहीं एनआरसी और एनपीआर के विरोध में भी आएगा प्रस्ताव


Body:राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होगा सीधे सदन की कार्रवाई शुरू होगी जिसमें शुरुआत में रामेश्वर प्रसाद गुर्जर जो छठी एवं नवी विधानसभा में सदस्य रहे उनको लेकर श्रद्धांजलि दी जाएगी इसके बाद जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन विद्युत कंपनियों के 19 में वार्षिक प्रतिवेदन रखे जाएंगे इसके ठीक बाद सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2020 रखा जाएगा और राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद शुरू होगा ठीक बात होगा सदन प्रस्ताव लाने का काम जिसमें पहले एससी एसटी कानून के 126 वें संशोधन पर प्रस्ताव लाया जाएगा जिस पर भाजपा और कांग्रेस एक साथ खड़ी दिखाई देगी लेकिन ठीक इसके बाद लाया जाएगा सी ए ए के खिलाफ राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव जिस पर भाजपा और कांग्रेस दोनों की राय अलग-अलग है जहां भाजपा ने अपने प्रस्ताव में लिखा है कि देश के लोगों के बड़े वर्ग में व्यापक आशंका है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर काही 1 स्वरूप नागरिकता संशोधन अधिनियम है जिसके माध्यम से किए गए हाल के संशोधन जो कि धार्मिक आधारों पर लोगों में विभेद करते हैं जो व्यक्तियों के एक वर्ग को भारत की नागरिकता से वंचित करने के लिए बनाए गए हैं इसके अतिरिक्त देश में रह रहे समझ व्यक्तियों से चाही जाने वाली प्रस्तावित अतिरिक्त सूचना के बड़े पैमाने पर जनसंख्या को बड़ी असुविधा होने की संभावना है जिसका कोई वास्तविक लाभ नहीं होगा आसाम राजेश का उदाहरण है इसलिए सदन केंद्रीय सरकार से यह आग्रह करने का संकल्प करता है कि केंद्र सरकार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को प्रतिशत करने के साथ साथ और इसलिए कि लोगों के मन में ऐसी आशंकाओं को दूर किया जाए ऐसी नई सूचनाएं जिन्हें राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2020 में अध्ययन करने के लिए कहा गया है को भी वापस लेना चाहिए इसके पश्चात ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अधीन गणना का कार्य हाथ में लेना चाहिए ऐसे में साफ है कि प्रस्ताव केवल सी ए के विरोध में नहीं आ रहा है बल्कि नेशनल पापुलेशन रजिस्टर और एनसीआर के खिलाफ भी रखा जाएगा भाजपा ने इसके साफ तौर पर विरोध करने की बात कही है भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा सदन में इसका पुरजोर विरोध करेगी
121 सतीश पूनिया प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान भाजपा
बाइट महेश जोशी सचेतक राजस्थान विधानसभा


Conclusion:
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