जयपुर. पेट्रोल-डीजल सहित रसोई गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस 11 जून को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेगी. लेकिन भाजपा ने कांग्रेस के इस कार्यक्रम को महज दिखावा करार दिया है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार देश में पेट्रोल-डीजल पर सर्वाधिक वैट लगाने वाले राज्यों में राजस्थान ऊपरी पायदान पर है. ऐसे में कांग्रेस पहले राजस्थान में वैट की दरें ही कम कर जनता को राहत दे.
राठौड़ के अनुसार पिछली भाजपा सरकार के दौरान राजस्थान में पेट्रोल और डीजल (petrol-diesel) पर जो वैट की दरें थी उसमें करीब 10% से अधिक की बढ़ौतरी मौजूदा गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल में कर दी. जिससे पेट्रोल और डीजल की दरें राजस्थान में आसपास के राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा हैं.
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राठौड़ ने कहा कांग्रेस के नेता केवल इस प्रकार के प्रदर्शन और विरोध के जरिए चाय के प्याले में तूफान लाना चाहते हैं. जबकि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस के इन्हीं नेताओं ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला वैट जीएसटी के दायरे में लाने की बात कही थी. लेकिन जीएसटी काउंसिल में कभी यह मामला कांग्रेस सरकार ने नहीं उठाया. राठौड़ के अनुसार अब कांग्रेस के नेता इस मामले में नाखून कटा कर खुद को शहीद का दर्जा देना चाहते हैं. राठौड़ ने प्रदेश की गहलोत सरकार से पेट्रोल और डीजल में लग रहे सर्वाधिक वैट की दरों में कमी करने की भी मांग की जिससे राजस्थान के लोगों को कुछ राहत मिल सके.