जयपुर. राजस्थान में चुनावी नतीजे आने के साथ ही ध्रुवीकरण सरीखे मुद्दों पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. राजधानी जयपुर की हवामहल सीट से भाजपा विधायक महंत बालमुकुन्दाचार्य ने खुले में मीट बेचने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनके इस रुख पर रामगढ़ से कांग्रेस विधायक जुबैर खान ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस विधायक जुबैर खान ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजस्थान की भाईचारे की परंपरा रही है. यहां आपस में सद्भावना रही है. ये जिस तरह का माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं. उसकी निंदा की जाती है. भाजपा राजस्थान में सत्ता में रही है लेकिन साम्प्रदायिकता नहीं फैलाई गई. अगर चौकीदार ही चोरी करने का काम करेगा तो उस खजाने को कौन बचाएगा.
बिना लाइसेंस खुले में मीट बेचने के सवाल पर जुबैर खान ने कहा कि सड़क पर सभी चीजों को रोका जाना चाहिए. सड़कों पर जिस तरह से सब्जियों के ठेले लग रहे हैं. ऐसे ठेले जयपुर में कहां नहीं लग रहे हैं. कानून सबके लिए एक होना चाहिए. मेरा मानना है कि गलत काम रोको, तो सबके रोके जाएं. किसी व्यक्ति, समुदाय विशेष या जाति विशेष को टारगेट नहीं करना चाहिए. यह राजधर्म का काम नहीं है.
पिक एंड चूज राजधर्म नहीं है: जुबैर खान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राजधर्म की जो परिभाषा बताई है. उसके हिसाब से यह राजधर्म का काम नहीं है कि पिक एंड चूज किया जाए. जनता को समान समझना चाहिए और कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए. किसी को धर्म या जाति के आधार पर टारगेट करना राजधर्म नहीं है.
78 साल में कराची बना क्या?: विधायक बालमुकुन्दाचार्य के जयपुर को कराची नहीं बनने देने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि 78 साल में कराची बना है क्या? जब हमारे कांग्रेस के लोग शहीद हो रहे थे और जेलों में जा रहे थे. तब ये लोग अंग्रेजों की गवाही दे रहे थे. हमें सर्टिफिकेट देने वाले ये कौन होते हैं.
उन्होंने कहा कि हम इसी मिट्टी में पैदा हुए हैं और इसी मिट्टी में मरेंगे. यह इनकी घटिया सोच और घटिया मानसिकता है. इस मानसिकता का जवाब रामगढ़ की जनता ने दिया है. जो सबसे हॉट सीट रही है. वहां लोगों ने भाजपा की जमानत जब्त करवा दी. यह लोग लोगों को जातिगत और धार्मिक आधार पर कट्टरता में बांटना लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे.