जयपुर. राजस्थान में 25 सितंबर को गहलोत कैंप के विधायकों की ओर से दिए गए इस्तीफों को वापस लेने का (congress MLAs taking back their resignation) दौर शुरू हो चुका है. एक के बाद एक दर्जन से ज्यादा विधायक अपना इस्तीफा वापस लेने स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर पहुंच रहे हैं. इनमें मेवाराम जैन, नगराज मीणा, मनीषा पवार, राजेंद्र पारीक, डॉक्टर जितेंद्र, मंत्री लालचंद कटारिया, लखन मीणा , मंत्री राजेंद्र यादव आदि शामिल हैं.
इस्तीफों को वापस लेने के दौरान भी गहलोत कैंप के विधायकों के सुर वही हैं, जो पहले बने हुए थे. इस्तीफा वापस लेकर आ रहे विधायक साफ तौर पर कह रहे हैं कि अब राजस्थान में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा. अशोक गहलोत ही राजस्थान के मुख्यमंत्री रहेंगे. स्पीकर सीपी जोशी के पास इस्तीफा वापस लेकर आए विधायक नगराज मीणा ने साफ कहा कि हमने (Nagraj Meena took back his resignation) हमारी मर्जी से इस्तीफा दिया था, अब मर्जी से वापस ले लिया है.
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राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर नगराज मीणा ने कहा कि चुनाव छाती पर है, और मुख्यमंत्री बदलना कोई कांग्रेस को खत्म करना थोड़ी है. नगराज मीणा ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को कांग्रेस को मजबूत करना है सब मिलकर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे?. उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री क्यों बदलेगा, मुख्यमंत्री कौन बदल रहा है ,सारे एमएलए अशोक गहलोत के साथ हैं. अब ऐसी कोई बात नहीं होगी.
नगराज मीणा ने कहा कि हमें आश्वासन मिले या नहीं, सबको पता है कि चुनावी साल में न तो कोई मुख्यमंत्री बदला जाता है ना बदला जाएगा. वहीं सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने के सवाल पर मीणा ने कहा कि किसी के कहने पर मुख्यमंत्री थोड़ी बदलेंगे. हर व्यक्ति की कुछ न कुछ बनने की तमन्ना होती है, लेकिन राजस्थान में अब कोई बदलाव नहीं होगा.