जयपुर. मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनने पर बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खड़गे को रबड़ स्टांप करार दिया था. इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी अपना घर संभाले और पंचायती करना छोड़ दे. बीजेपी वालों की इतनी हैसियत नहीं (CM Gehlot targets BJP) है. गहलोत ने कहा कि बीजेपी के पुराने नेता अंग्रेजों के मुखबिर थे.
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के समापन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी के पुराने नेता आजादी की जंग में अंग्रेजों के लिए मुखबिरी का काम करते थे. उस समय फ्रीडम मूवमेंट के दौरान कांग्रेस के कई नेताओं ने बलिदान दिए. मोतीलाल नेहरू ने तो अपना इलाहाबाद का स्वराज भवन, आनंद भवन देश को समर्पित कर दिया, ऐसे में कांग्रेस पर सवाल उठाने से पहले बीजेपी के नए-नए नेताओं को इतिहास पढ़ना जरूरी है. इसके बाद ही किसी तरह का कोई बयान देना चाहिए.
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गहलोत ने कहा कि आज भी कांग्रेस के नेता बलिदान देने से पीछे नहीं हट रहे हैं और इसका उदाहरण हैं सोनिया गांधी. गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस को एकजुट रखा है. 2 बार सरकार बनाई है. यहां तक की प्रधानमंत्री पद भी छोड़ दिया. अशोक गहलोत ने बीजेपी से सवाल करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के लिए शहीद हो गए लेकिन बीजेपी ने त्याग के नाम पर कुछ भी नहीं किया. बीजेपी के लोग आरोप लगाते हैं कि पिछले 70 सालों में कुछ नहीं हुआ, जबकि पिछले 70 सालों में देश में काफी विकास किया. ऐसे में बीजेपी के लोग सिर्फ गुमराह करने का काम लोगों को कर रहे हैं.
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जिस धर्म के लोग कम उन पर बढ़े अत्याचार: अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में डर का माहौल बना हुआ है. बीजेपी के लोग धर्म के नाम पर, जाति नाम पर लोगों को लड़वा रहे हैं. देश की गलियों में डर का माहौल बना हुआ है. इसके अलावा जहां जिस धर्म के लोग कम संख्या में हैं, हर वक्त उन लोगो की नींद हराम रहती है. प्राइम मिनिस्टर से हम बार-बार मांग कर रहे हैं की देश में डर का माहौल खत्म करने के लिए आप अपील करो, लेकिन उन्हें इस तरह का माहौल दिखाई ही नहीं दे रहा. गहलोत ने कहा कि यदि सरकार के खिलाफ कोई कुछ बोलता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है. लोकतंत्र में आलोचनाएं-असहमति हमारा आभूषण है. राजस्थान में हमारी कोई आलोचना करता है तो हम स्वागत करते हैं क्योंकि उससे सुधार करने का मौका मिलता है.
हिमाचल के मुख्यमंत्री बोल रहे झूठ: वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम हम लोगों ने प्रदेश में लागू कर दी और जब हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की मांग उठाई तो उन्हें बोला गया कि राजस्थान में अभी तक ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू नहीं किया गया है. गहलोत ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति में मेरी बातचीत हिमाचल के मुख्यमंत्री से ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर हुई थी, लेकिन इसके बावजूद दबाव में आकर बीजेपी लोगों को गुमराह कर रही है.
गहलोत ने यह भी कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम लागू होने के बाद भ्रष्टाचार भी कम होगा. क्योंकि पेंशन नहीं मिलने के डर से लोग गलत काम करते हैं. गहलोत ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि किसी भी संगठन ने राजस्थान में मुझसे मांग नहीं कि ओपीएस लागू करने की. उसके बावजूद भी मैंने खुद ने आगे बढ़कर ये फैसला किया.