जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय में अपराध समीक्षा बैठक ली जिसमें तमाम जिलों के एसपी, सभी रेंज के आईजी, एडीजी और डीजी मौजूद रहे. अपराध समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न मुद्दों को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से विचार विमर्श किया गया और विभिन्न पुलिस अधिकारियों ने अपनी राय प्रकट की है.
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में हिनियस क्राइम के लिए अलग से मॉनिटरिंग सेल बनाने का निर्णय किया गया है जिसमें दो लॉ ऑफिसर भी रखे जाएंगे. गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है और राजस्थान देश में ऐसा पहला राज्य बना है जहां पर एसपी ऑफिस में भी एफआईआर दर्ज करने की सुविधा आमजन के लिए शुरू की गई है.
जिसके चलते आमजन में उनकी एफआईआर दर्ज नहीं होने को लेकर जो आक्रोश था वह खत्म हुआ. साथ ही अगर कोई परिवादी एसपी ऑफिस पहुंचकर एफआईआर दर्ज करवा रहा है तो संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई इसकी भी जांच एसपी द्वारा की जाएगी. पहलू खान मामले पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि मामले में जिस तरह से पूर्व सरकार द्वारा लापरवाही बरती गई और यह मामला एक राष्ट्रीय मुद्दा बना उससे भी प्रदेश की छवि धूमिल हुई है.
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इस तरह के मामले दोबारा घटित ना हो इसी के लिए मॉनिटरिंग सेल बनाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही गहलोत ने कहा कि जिलों के एसपी अपने जिले में महिला अत्याचारों, दलित अत्याचारों, रात 8 बजे के बाद शराब की बिक्री, एक्सीडेंट में कमी लाने के लिए हर तरह के कदम उठाने के लिए पूरी तरह से अधिकृत हैं. एसपी ऐसा हर कदम उठा सकता है जो जनता को सुरक्षित माहौल देने के लिए उसे उचित लगे. इसके लिए एसपी, डीजीपी से भी मदद और सुझाव ले सकता है.
सीएम गहलोत ने कहा कि पूरे देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं, बलात्कार की घटनाएं, महिला अत्याचारों जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है और राजस्थान प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है, हम चाहेंगे कि प्रदेश में पुलिस अच्छा कार्य करें और जनता में पुलिस का इकबाल कायम हो. राजस्थान पुलिस पूरे देश की पुलिस के लिए एक मिसाल बने. गहलोत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राजस्थान की जनता भी पुलिस का पूरा सहयोग करेगी.