जयपुर. प्रदेश में आम आदमी के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को मिल रही बदमाशों की ओर से धमकियों के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में लगा है. इसके चलते सरकार की हो रही किरकिरी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की. सीएम गहलोत ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश के लिए प्रभावी और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
नए फॉर्मूले पर काम करे पुलिसः सीएम गहलोत ने कहा कि पुलिस को नए फार्मूले का प्रयोग करते हुए अपराधियों को पकड़ने के साथ ही उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए भी गंभीरता के साथ काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नए फार्मूले के जरिए ही आपराधिक मामलों की जांच और मॉनिटरिंग हो. उन्होंने कहा कि जब अपराधियों को त्वरित और कठोर सजा मिलेगी, तभी अपराधियों में डर बनेगा. गहलोत ने पिछले दिनों राजस्थान पुलिस की ओर से प्रदेश भर में की गई अपराधियों की धरपकड़ की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की प्रभावी कार्रवाई से अपराध में निरंतर कमी आएगी.
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पीड़ित परिवार को गुमराह करने वालों पर होगी कार्रवाईः सीएम गहलोत ने पीड़ित परिवारों को गुमराह करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कई बार कुछ परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं जिसकी वजह से परिजनों को शव को लेकर धरने पर बैठना पड़ता है. रास्ता रोकना पड़ता है. इस तरह की घटनाओं से कानून व्यवस्था पर असर पड़ता है. कुछ असामाजिक तत्व होते हैं, जो पीड़ित परिवारों को गुमराह करते हैं.