जयपुर. प्रदेश में कांग्रेस का सियासी घमासान भले ही इन दिनों शांत हो, लेकिन पिछले 3 साल तक जिस तरह से कांग्रेस की सियासत में उठापटक चली, वह किसी से छिपी नहीं है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की अदावत खुलकर सड़कों पर दिखी. हालांकि चुनावी माहौल में अब कांग्रेस सब कुछ सामान्य दिखाने की कोशिश कर रही है, लेकिन फिर भी कई बार गाहे-बगाहे कुछ इंसीडेंट ऐसे होते हैं जो पिछले सियासी घटनाक्रम को ताजा कर देते हैं. कुछ इसी तरह का वाकया सामने आया गुरुवार को, जब मुख्यमंत्री निवास पर अंगदान जीवनदान अभियान पखवाड़े के शुभारंभ के दौरान सीएम गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी लाभार्थियों से संवाद किया. संवाद के दौरान सीएम ने अलवर की धोली देवी ने अपने हार्ट ट्रांसप्लांट को लेकर बात करते हुए सीएम गहलोत को अगली बार भी फिर से मुख्यमंत्री बनने की बात कही, इस सीएम गहलोत ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन सीएम पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है.
सीएम पद नहीं छोड़ रहाः दरअसल मुख्यमंत्री निवास पर सीएम गहलोत ने 249 चिकित्सा संस्थाओं का शिलान्यास-लोकार्पण किया. इसमें 220 करोड़ की लागत से तैयार 148 चिकित्सा संस्थानों का लोकार्पण, 551 करोड़ से बने 101 चिकित्सा संस्थानों का शिलान्यास हुआ. कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, एसीएस मेडिकल शुभ्रा सिंह, निदेशक जनस्वास्थ्य आरपी माथुर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. कार्यक्रम में अंगदान महादान कैंपेन का भी आगाज किया गया.
सीएम गहलोत ने 25 मोबाइल - फूड टेस्टिंग लैब, 10 एम्बुलेंस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. कार्यक्रम में उपस्थित सभी से सीएम गहलोत अंग दान करने की भी अपील की. इस दौरान सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी लाभार्थियों से संवाद किया. संवाद के दौरान सीएम ने अलवर की धोली देवी ने अपने हार्ट ट्रांसप्लांट को लेकर बात करते हुए सीएम गहलोत आभार जताया. धोली देवी ने कहा कि जब वो हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए तीन साल पहले प्राइवेट हॉस्पिटल गईं, तो उसे 25 लाख रुपए खर्च बताया.
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इसके बाद उसने जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में हार्ट ट्रांसप्लांट करवाया. यह ट्रांसप्लांट निशुल्क किया गया. इसके बाद धोली देवी ने कहा कि हम चाहेंगे कि अगली बार भी आप ही मुख्यमंत्री बनें. इस पर सीएम गहलोत ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन सीएम पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है. अगली बार क्या होगा, वो भी देखते हैं. इसके बाद पंडाल में जमकर ठहाके लगे.
आरएसएस विचारधारा के डॉक्टर भड़का रहे हैः सीएम गहलोत ने इस दौरान डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर भी खुल कर बात की. गहलोत ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं, उन्हें हड़ताल जैसे कदम उठा कर मरीजों की जान को खतरे में नहीं डालना चाहिए. डॉक्टरों की अपनी गरिमा होती है उसे बनाए रखें. अगर किसी भी तरह की कोई डिमांड है, तो उसके लिए काली पट्टी बांधकर अपना काम करते हुए विरोध दर्ज कराएं. तब भी सरकार उससे भी उतनी गंभीरता से लेगी. इसके बाद गहलोत ने कहा कि कुछ लोग होते हैं, जो राजनीतिक लाभ के लिए हड़ताल करा देते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. खास कर आरएसएस बैकग्राउंड के डॉक्टरों को भी हड़ताल जैसे कदम से बचना चाहिए. आरएसएस से बैग्राउंड से जुड़े डॉक्टर कई बार भड़काने की बात करते हैं, उनसे अपील करता हूं ईश्वर का रूप हो वही बने रहो.