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सीएम अशोक गहलोत ने पूरी की कैंसर पीड़ित बच्चे की ख्वाहिश, पहुंचे जेके लोन अस्पताल

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Published : Jun 18, 2023, 7:24 PM IST

फादर्स डे के मौके पर सीएम अशोक गहलोत जेके लोन अस्पताल में (JK Lone Hospital Jaipur) कैंसर पीड़ित 6 साल के देवांश से मिलने पहुंचे. साथ ही बच्चे के इलाज की जानकारी ली.

JK Lone Hospital Jaipur
जेके लोन अस्पताल में सीएम गहलोत
मुख्यमंत्री ने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. फादर्स डे के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक पिता के कहने पर उसके कैंसर पीड़ित बच्चे की विश पूरी करने के लिए जेके लोन अस्पताल जा पहुंचे. खंडेला में कैंसर से पीड़ित 6 साल के देवांश ने मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की थी. इसे लेकर बच्चे के पिता ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. देवांश जेके लोन अस्पताल के आईसीयू में एडमिट है और उसकी विश को पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री रविवार को जेके लोन अस्पताल जा पहुंचे.

6 साल के मासूम देवांश कैंसर से लड़ रहा है. जयपुर के जेके लोन अस्पताल में उसका निःशुल्क इलाज किया जा रहा है. यहां मासूम देवांश की ख्वाहिश पूरी करने के लिए सीएम अशोक गहलोत उनसे मिलने के लिए पहुंचे. अस्पताल अधीक्षक डॉ कैलाश मीणा के अनुसार बच्चे के इलाज के लिए महंगी दवाई आ रही है. कीमो थेरेपी और रेडियोथैरेपी हो रही है, बच्चे के इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है, जिसे लेकर सीएम भी काफी खुश हुए. उसे ठीक करने की पूरी कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां कैंसर पीड़ित कई बच्चे हैं, इसी को मद्देनजर रखते हुए यहां अलग से कैंसर वार्ड भी बनाया गया है.

ब्लड डोनेशन कैंप भी पहुंचे गहलोतः मासूम की ख्वाहिश पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री यहां थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए लगाए गए ब्लड डोनेशन कैंप पहुंचे और अस्पताल में कार्यरत संविदा कर्मचारियों से उनकी गुहार सुनी. इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि खंडेला में बच्चे के पिता ने कहा कि बच्चा उनसे खुद के जन्मदिन के मौके पर मिलना चाहता है. इसे लेकर पिता का पत्र भी आया. ऐसे में वो बच्चे की ख्वाहिश पूरी करने के लिए जेके लोन अस्पताल आए. सीएम ने भगवान से कामना करते हुए कहा कि बच्चे की स्थिति अच्छी हो जाए, डॉक्टर्स भी पूरी कोशिश कर रहे हैं.

पढ़ें : भाजपा का 'बटन दबाओ' फेल हुआ, चुनाव आयोग ने तो नहीं लेकिन कर्नाटक की जनता ने प्रधानमंत्री पर बैन लगा दिया : अशोक गहलोत

इसके साथ ही सीएम ने कहा कि जेके लोन अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित जो बच्चे आ रहे हैं, उनके लिए भी अच्छा काम हो रहा है. यहां रविवार को रक्तदान शिविर भी लगा हुआ मिला, एनजीओ अच्छा काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि राजस्थान में दूसरों की मदद करने की परंपरा है. कोरोना काल में भी इसके कई उदाहरण देखने को मिले. छोटे-बड़े कर्मचारी, नर्सेज, डॉक्टर, पुलिसकर्मी और कई एनजीओ अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर दूसरों की मदद के लिए आगे आए. इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में भीलवाड़ा मॉडल, कोई भूखा ना सोए, ठेले वालों को किस्तों में सहायता राशि और कलाकारों को भी सहायता राशि उपलब्ध कराने की बात कही.

  • भावुक क्षण!

    सीकर के दौरे पर मुझे दिव्यांशु का एक भावुक पत्र मिला। इस पत्र में कैंसर पीड़ित बालक दिव्यांशु ने अपनी भावनाएं लिखीं और मेरे साथ जन्मदिन मनाने की इच्छा जाहिर की। बेटे दिव्यांशु की जन्मदिन हमारे साथ मनाने की सद्भावना व निश्छल स्नेह के अनुपम उपहार के आगे किसी अन्य उपहार… pic.twitter.com/SIIakGUXaB

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 18, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम ने भाजपा पर साधा निशानाः सीएम ने बीजेपी पर शब्द बाण चलाते हुए कहा कि कांग्रेस गायों की सेवा भी करती है, तमाम गौशालाओं को अनुदान दे रही है. बीजेपी ने 500 करोड़ दिए, तो उसकी तुलना में कांग्रेस ने 3 हजार करोड़ रुपए दिए. लंपी में गाय मर गई, ऐसे लोगों को 40000 रुपए दिए गए, ताकि वो अच्छी नस्ल की गाय खरीदें और अपने घर का पालन पोषण करें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की योजना से 500 रुपए में गैस सिलेंडर मिल रहा है. महंगाई के इस माहौल में राजस्थान सरकार ने जो राहत दी है, ऐसी राहत देश के अन्य किसी राज्य की सरकार ने नहीं दी होगी.

गहलोत ने कहा कि सरकार रिपीट होगी या नहीं इन बातों में नहीं पड़ते, वो सिर्फ अपना धर्म निभाते हैं. पहली बार जब सीएम बने थे तब 156 सीटें मिली थी, इस बार भी यही टारगेट है, बाकी जनता माई बाप है. उन्होंने कहा कि पहली बार देखा है कि बजट पेश करने के बाद फीडबैक आया है कि ये खाली घोषणा नहीं, बल्कि काम शुरू हो गए हैं. कॉलेज खुल गए हैं, फिलहाल किराए के भवनों में चल रहे हैं, बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है. सड़क बनने लग गई है, ये अच्छा फीडबैक है.

इस दौरान जेके लोन अस्पताल में कुछ महिला कार्मिकों ने सीएम से ठेकेदार की शिकायत की. उन्होंने 15-20 साल से काम करने के बावजूद 5000 रुपए मिलने की शिकायत की. इस पर सीएम ने स्पष्ट किया कि राजस्थान में ठेका प्रथा समाप्त हो, इसके लिए गवर्नमेंट की कंपनी बनाई है. जिसमें पूर्व श्रमिक जब कभी डिप्लॉय होंगे तो वो सरकारी कंपनी के माध्यम से होंगे, ताकि उन्हें पूरा पैसा मिले. यही नियम यहां भी लागू होगा. इस दौरान सीएम ने चिरंजीवी योजना को एक क्रांतिकारी योजना बताया.

मुख्यमंत्री ने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. फादर्स डे के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक पिता के कहने पर उसके कैंसर पीड़ित बच्चे की विश पूरी करने के लिए जेके लोन अस्पताल जा पहुंचे. खंडेला में कैंसर से पीड़ित 6 साल के देवांश ने मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की थी. इसे लेकर बच्चे के पिता ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. देवांश जेके लोन अस्पताल के आईसीयू में एडमिट है और उसकी विश को पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री रविवार को जेके लोन अस्पताल जा पहुंचे.

6 साल के मासूम देवांश कैंसर से लड़ रहा है. जयपुर के जेके लोन अस्पताल में उसका निःशुल्क इलाज किया जा रहा है. यहां मासूम देवांश की ख्वाहिश पूरी करने के लिए सीएम अशोक गहलोत उनसे मिलने के लिए पहुंचे. अस्पताल अधीक्षक डॉ कैलाश मीणा के अनुसार बच्चे के इलाज के लिए महंगी दवाई आ रही है. कीमो थेरेपी और रेडियोथैरेपी हो रही है, बच्चे के इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है, जिसे लेकर सीएम भी काफी खुश हुए. उसे ठीक करने की पूरी कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां कैंसर पीड़ित कई बच्चे हैं, इसी को मद्देनजर रखते हुए यहां अलग से कैंसर वार्ड भी बनाया गया है.

ब्लड डोनेशन कैंप भी पहुंचे गहलोतः मासूम की ख्वाहिश पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री यहां थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए लगाए गए ब्लड डोनेशन कैंप पहुंचे और अस्पताल में कार्यरत संविदा कर्मचारियों से उनकी गुहार सुनी. इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि खंडेला में बच्चे के पिता ने कहा कि बच्चा उनसे खुद के जन्मदिन के मौके पर मिलना चाहता है. इसे लेकर पिता का पत्र भी आया. ऐसे में वो बच्चे की ख्वाहिश पूरी करने के लिए जेके लोन अस्पताल आए. सीएम ने भगवान से कामना करते हुए कहा कि बच्चे की स्थिति अच्छी हो जाए, डॉक्टर्स भी पूरी कोशिश कर रहे हैं.

पढ़ें : भाजपा का 'बटन दबाओ' फेल हुआ, चुनाव आयोग ने तो नहीं लेकिन कर्नाटक की जनता ने प्रधानमंत्री पर बैन लगा दिया : अशोक गहलोत

इसके साथ ही सीएम ने कहा कि जेके लोन अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित जो बच्चे आ रहे हैं, उनके लिए भी अच्छा काम हो रहा है. यहां रविवार को रक्तदान शिविर भी लगा हुआ मिला, एनजीओ अच्छा काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि राजस्थान में दूसरों की मदद करने की परंपरा है. कोरोना काल में भी इसके कई उदाहरण देखने को मिले. छोटे-बड़े कर्मचारी, नर्सेज, डॉक्टर, पुलिसकर्मी और कई एनजीओ अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर दूसरों की मदद के लिए आगे आए. इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में भीलवाड़ा मॉडल, कोई भूखा ना सोए, ठेले वालों को किस्तों में सहायता राशि और कलाकारों को भी सहायता राशि उपलब्ध कराने की बात कही.

  • भावुक क्षण!

    सीकर के दौरे पर मुझे दिव्यांशु का एक भावुक पत्र मिला। इस पत्र में कैंसर पीड़ित बालक दिव्यांशु ने अपनी भावनाएं लिखीं और मेरे साथ जन्मदिन मनाने की इच्छा जाहिर की। बेटे दिव्यांशु की जन्मदिन हमारे साथ मनाने की सद्भावना व निश्छल स्नेह के अनुपम उपहार के आगे किसी अन्य उपहार… pic.twitter.com/SIIakGUXaB

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 18, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम ने भाजपा पर साधा निशानाः सीएम ने बीजेपी पर शब्द बाण चलाते हुए कहा कि कांग्रेस गायों की सेवा भी करती है, तमाम गौशालाओं को अनुदान दे रही है. बीजेपी ने 500 करोड़ दिए, तो उसकी तुलना में कांग्रेस ने 3 हजार करोड़ रुपए दिए. लंपी में गाय मर गई, ऐसे लोगों को 40000 रुपए दिए गए, ताकि वो अच्छी नस्ल की गाय खरीदें और अपने घर का पालन पोषण करें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की योजना से 500 रुपए में गैस सिलेंडर मिल रहा है. महंगाई के इस माहौल में राजस्थान सरकार ने जो राहत दी है, ऐसी राहत देश के अन्य किसी राज्य की सरकार ने नहीं दी होगी.

गहलोत ने कहा कि सरकार रिपीट होगी या नहीं इन बातों में नहीं पड़ते, वो सिर्फ अपना धर्म निभाते हैं. पहली बार जब सीएम बने थे तब 156 सीटें मिली थी, इस बार भी यही टारगेट है, बाकी जनता माई बाप है. उन्होंने कहा कि पहली बार देखा है कि बजट पेश करने के बाद फीडबैक आया है कि ये खाली घोषणा नहीं, बल्कि काम शुरू हो गए हैं. कॉलेज खुल गए हैं, फिलहाल किराए के भवनों में चल रहे हैं, बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है. सड़क बनने लग गई है, ये अच्छा फीडबैक है.

इस दौरान जेके लोन अस्पताल में कुछ महिला कार्मिकों ने सीएम से ठेकेदार की शिकायत की. उन्होंने 15-20 साल से काम करने के बावजूद 5000 रुपए मिलने की शिकायत की. इस पर सीएम ने स्पष्ट किया कि राजस्थान में ठेका प्रथा समाप्त हो, इसके लिए गवर्नमेंट की कंपनी बनाई है. जिसमें पूर्व श्रमिक जब कभी डिप्लॉय होंगे तो वो सरकारी कंपनी के माध्यम से होंगे, ताकि उन्हें पूरा पैसा मिले. यही नियम यहां भी लागू होगा. इस दौरान सीएम ने चिरंजीवी योजना को एक क्रांतिकारी योजना बताया.

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