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नए जिलों के विरोध पर बोले गहलोत- सभी को खुश करना असंभव, चिकित्सकों के आंदोलन पर साधी चुप्पी

राजस्थान में नए जिलों की घोषणा को लेकर जारी विरोध के बीच सोमवार को मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए सीएम गहलोत ने कहा कि सभी को खुश करना असंभव है. लेकिन आगे सभी की नाराजगियों को ध्यान में रखते हुए काम किए जाएंगे, ताकि उन्हें भी खुश किया जा सके.

Gehlot spoke on opposition to new districts
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Published : Mar 20, 2023, 9:43 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. प्रदेश में नए जिलों को लेकर कुछ विधायकों की मांग पूरी नहीं होने पर अब उनकी नाराजगी भी सामने आ रही है. कांग्रेस के विधायक संदीप यादव सहित कई विधायकों की नाराजगी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सभी को खुश करना संभव नहीं है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नए जिलों की घोषणा की गई है. सीएम ने आगे विधायकों की नाराजगी को जायज ठहराते हुए कहा कि उन्हें भी अपने क्षेत्र के लोगों को जवाब देना होता है, लेकिन सरकार की अपनी मजबूरी होती है. दरअसल, आईटी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान कॉलेज पहुंचे थे, जहां उन्होंने हेकेथोन प्रतिभागियों के साथ ट्रैक्शन किया और युवाओं के नवाचारों की सराहना की.

सबको खुश करना असंभव - इस दौरान मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए सीएम ने कहा कि नए जिलों के पुनर्गठन को लेकर प्रदेश में कई जगहों पर विधायकों को क्षेत्रीय लोगों की नाराजगी का सामने करना पड़ रहा है. लेकिन यह भी हकीकत है कि जब भी कोई बड़ी घोषणा होती है तो कुछ नाराजगी भी सामने आती है. खैर, हम उनकी नाराजगी को भी दूर करेंगे. गहलोत ने कहा कि कमेटी के चेयरमैन रामलुभाया बाहर गए हैं, वो आएंगे तो जल्द काम को आगे बढ़ाया जाएगा.

किसानों के साथ सरकार - गहलोत ने तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराबे पर कहा कि सरकार उनके साथ इस संकट की घड़ी में खड़ी है. किसी भी किसान को सरकार आंसू नहीं बहाने देगी. ओलावृष्टि की वजह से हुई फसल खराबे की गिरदावरी के लिए सभी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. जल्द ही गिरदावरी का काम पूरा होने के साथ ही मुआवजा जारी कर दिया जाएगा. इस दौरान सीएम ने कहा कि हमने जो घोषणा की थी, उनकी क्रियान्वयन को लेकर सरकार हर दिन काम कर रही है. 250 से अधिक घोषणाओं के आर्डर भी जारी हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें - विधानसभा में सवालों की बौछार ने बढ़ाई मंत्रियों की परेशानी, भाटी बोले- अगले वित्तीय वर्ष तक रोशन होंगी 2 लाख ढाणियां

चिकित्सकों के आंदोलन पर साधी चुप्पी - वहीं, राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्रदेश में चल रहे डॉक्टरों के आंदोलन को लेकर जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया तो वो इसे टाल गए. गहलोत ने डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन पर किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की. बता दें कि प्रदेश में गहलोत सरकार राइट टू हेल्थ बिल लागू करने की तैयारी में है. इस बिल के विरोध में पिछले कई दिनों से प्रदेश के निजी चिकित्सक हड़ताल के साथ ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को इस बिल के विरोध में डॉक्टरों की ओर से विधानसभा के घेराव की कोशिश की गई. वहीं, इस दौरान पुलिस और डॉक्टर्स के बीच में हल्की झड़प भी हुई.

आईटी के क्षेत्र में राजस्थान सिरमौर - सीएम ने कहा कि आईटी सरकार की टॉप प्रायोरिटी में शामिल है. आज आईटी के क्षेत्र में क्रांति आ रही है. पूरी दुनिया का ज्ञान मोबाइल के रूप में हमारी मुट्ठी में है. हम सब को गर्व होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज आईटी के क्षेत्र में राजस्थान पूरे देश में सिरमौर बनने की दिशा में अग्रसर है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. प्रदेश में नए जिलों को लेकर कुछ विधायकों की मांग पूरी नहीं होने पर अब उनकी नाराजगी भी सामने आ रही है. कांग्रेस के विधायक संदीप यादव सहित कई विधायकों की नाराजगी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सभी को खुश करना संभव नहीं है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नए जिलों की घोषणा की गई है. सीएम ने आगे विधायकों की नाराजगी को जायज ठहराते हुए कहा कि उन्हें भी अपने क्षेत्र के लोगों को जवाब देना होता है, लेकिन सरकार की अपनी मजबूरी होती है. दरअसल, आईटी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान कॉलेज पहुंचे थे, जहां उन्होंने हेकेथोन प्रतिभागियों के साथ ट्रैक्शन किया और युवाओं के नवाचारों की सराहना की.

सबको खुश करना असंभव - इस दौरान मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए सीएम ने कहा कि नए जिलों के पुनर्गठन को लेकर प्रदेश में कई जगहों पर विधायकों को क्षेत्रीय लोगों की नाराजगी का सामने करना पड़ रहा है. लेकिन यह भी हकीकत है कि जब भी कोई बड़ी घोषणा होती है तो कुछ नाराजगी भी सामने आती है. खैर, हम उनकी नाराजगी को भी दूर करेंगे. गहलोत ने कहा कि कमेटी के चेयरमैन रामलुभाया बाहर गए हैं, वो आएंगे तो जल्द काम को आगे बढ़ाया जाएगा.

किसानों के साथ सरकार - गहलोत ने तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराबे पर कहा कि सरकार उनके साथ इस संकट की घड़ी में खड़ी है. किसी भी किसान को सरकार आंसू नहीं बहाने देगी. ओलावृष्टि की वजह से हुई फसल खराबे की गिरदावरी के लिए सभी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. जल्द ही गिरदावरी का काम पूरा होने के साथ ही मुआवजा जारी कर दिया जाएगा. इस दौरान सीएम ने कहा कि हमने जो घोषणा की थी, उनकी क्रियान्वयन को लेकर सरकार हर दिन काम कर रही है. 250 से अधिक घोषणाओं के आर्डर भी जारी हो चुके हैं.

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चिकित्सकों के आंदोलन पर साधी चुप्पी - वहीं, राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्रदेश में चल रहे डॉक्टरों के आंदोलन को लेकर जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया तो वो इसे टाल गए. गहलोत ने डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन पर किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की. बता दें कि प्रदेश में गहलोत सरकार राइट टू हेल्थ बिल लागू करने की तैयारी में है. इस बिल के विरोध में पिछले कई दिनों से प्रदेश के निजी चिकित्सक हड़ताल के साथ ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को इस बिल के विरोध में डॉक्टरों की ओर से विधानसभा के घेराव की कोशिश की गई. वहीं, इस दौरान पुलिस और डॉक्टर्स के बीच में हल्की झड़प भी हुई.

आईटी के क्षेत्र में राजस्थान सिरमौर - सीएम ने कहा कि आईटी सरकार की टॉप प्रायोरिटी में शामिल है. आज आईटी के क्षेत्र में क्रांति आ रही है. पूरी दुनिया का ज्ञान मोबाइल के रूप में हमारी मुट्ठी में है. हम सब को गर्व होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज आईटी के क्षेत्र में राजस्थान पूरे देश में सिरमौर बनने की दिशा में अग्रसर है.

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