जयपुर. केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार को बजट 2023-24 पेश किया है. बजट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस बजट से राजस्थान वासियों को घोर निराशा हुई है. केंद्रीय बजट में केवल मीडिया में हेडलाइन बनाने वाले जुमलों का प्रयोग किया गया है, लेकिन गरीब लोगों के लिए कुछ नहीं है.
ये कहा सीएम गहलोत ने : सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में महात्मा गांधी नरेगा जैसी योजनाएं संजीवनी साबित हुईं थी. केंद्र सरकार की ओर से इस योजना के लिए वर्ष 2023-24 का बजट प्रावधान 33 प्रतिशत (लगभग 30,000 करोड़ रुपये ) कम करना यह साबित करता है कि, यह बजट गरीब, भूमिहीन किसान और आमजन विरोधी है. इस बजट में कृषि एवं कृषक कल्याण से संबंधित बहुत सारी थोथी घोषणाएं की गई हैं. कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के बजट में पिछले वर्ष से लगभग 6 प्रतिशत (लगभग 7,500 करोड़ रुपये) कम राशि का प्रावधान किया गया है. इसी प्रकार यूरिया सब्सिडी मद में गत वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत (लगभग 23,000 करोड़ रुपये) की कमी कर दी है.
पढ़ें. Congress on Union Budget 2023: केंद्र का बजट पूरी तरह फेल- खाचरियावास
शिक्षा स्वास्थ्य और महंगाई पर कुछ नहीं : उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं महिला एवं बाल विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की उपेक्षा करते हुए गत वर्षों की तुलना में इस बजट में नगण्य वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि देश विगत वर्षों से महगाई से त्रस्त है. आम आदमी के प्रतिदिन काम में आने वाली चीजें जैसे आटा, दाल, तेल, साबुन आदि की कीमतों में काफी वृद्धि हुई है. इससे आम आदमी का जीवनयापन दूभर हो गया है. महंगाई को कम करने के संबंध में कोई पॉलिसी स्टेटमेंट नहीं आने से उनका जीवन और भी मुश्किल होगा.
ERCP पर निराशा : गहलोत ने कहा कि राजस्थान प्रदेश के संदर्भ में बात की जाए तो यह केंद्रीय बजट प्रदेश के लिए घोर निराशाजनक रहा. राजस्थान राज्य के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण परियोजना ERCP को राष्ट्रीय दर्जा देने की हमारी वाजिब मांग को केंद्र सरकार की ओर से स्वीकार नहीं किए जाने से प्रदेशवासियों को निराशा हुई है. केंद्र की ओर से चुनावों को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक राज्य को ऊपरी भद्रा परियोजना के लिए अतिरिक्त सहायता के रूप में राशि रुपये 5,300 करोड़ उपलब्ध कराई गई. ये राजस्थान के प्रति मोदी सरकार के सौतेले व्यवहार को दिखाता है. राजस्थान की जनता इस सौतेले व्यवहार का समय आने पर माकूल जवाब देगी.