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Hawa Mahal Festival: पहली बार हुआ हवामहल फेस्टिवल का आयोजन, सीएम ने उठाया लुत्फ - Rajasthan Hindi News

जयपुर में पर्यटन विभाग की ओर से 15 जनवरी को हवामहल फेस्टिवल (Hawa Mahal Festival) का आयोजन किया गया. हवा महल के झरोखे इस दिन साक्षी बने. सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में शिरकत किया और कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां का आनंद उठाया.

Hawa Mahal Festival
पहली बार हुआ हवामहल फेस्टिवल का आयोजन
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Published : Jan 16, 2023, 8:23 AM IST

Updated : Jan 16, 2023, 11:28 AM IST

पहली बार हुआ हवामहल फेस्टिवल का आयोजन

जयपुर. गुलाबी नगरी में रविवार रात को पर्यटन विभाग की ओर से हवामहल फेस्टिवल का आयोजन किया (Hawa Mahal Festival) गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस मौके पर बड़ी चौपड़ से लेकर जलेबी चौक तक कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. बड़ी चौपड़ से जलेब चौक तक रास्ते में रंग-बिरंगी रोशनी से सजावट की गई. कलाकारों ने शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. हवामहल के सामने आयोजित नाइट फेस्टिवल में काफी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी पहुंचे. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम की जमकर तारीफ की.

पहली बार हवामहल फेस्टिवल का आयोजन: आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के मुताबिक, पर्यटन को बढ़ावा देने के पर्यटन विभाग की ओर से पहली बार हवामहल फेस्टिवल का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के प्रयास किए जाएंगे. बड़ी चौपड़ से लेकर जलेब चौक और ख्वासजी के रास्ते तक का क्षेत्र रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर रहा.

Hawa Mahal Festival
सीएम ने मनोरंजन का उठाया लुत्फ

दरअसल, हवामहल बाजार के नाम से पहचाने जाने वाले क्षेत्र में जयपुर का सबसे दर्शनीय पर्यटन स्थल हवामहल तो मौजूद है. साथ ही सवाई मानसिंह टाउन हॉल (पुरानी विधानसभा), अयोध्या पोल (जलेब चौक प्रवेश द्वार) क्षेत्र के मंदिर और हवेलियां जयपुर के इस बाजार को हेरिटेज वॉक वे कॉरिडोर का दर्जा देते हैं.

हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने: प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा, 'इस तरह के आयोजनों से शहरवासियों में अपने हैरिटेज के प्रति जागरूकता पैदा होती है. अपने पर्यटन स्थलों के संरक्षण के प्रति उनमें गर्व और जिम्मेदारी का अहसास जागता है.' हवामहल फेस्टिवल के दौरान शहरवासियों समेत विदेशी सैलानी लोक कलाकारों के साथ ताल से ताल मिलाते रहे. हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने.

Hawa Mahal Festival
हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने

पढ़ें: मकर संक्रांति 2023 : त्रिग्रही योग में किया गया दान-पुण्य, जयपुर वासियों ने उठाया पतंगबाजी और आतिशबाजी का लुत्फ

नाइट टूरिज्म का विशेष आकर्षण: हवामहल फेस्टिवल के दौरान लोक गीत, संगीत खानपान और मनोरंजन के साधन उपलब्ध रहे, जिसका पर्यटकों ने भरपूर आनंद लिया. रात साढ़े आठ बजे से रात 12 बजे तक चले इस फेस्टिवल के जरिए नाइट टूरिज्म का विशेष आकर्षण देखने को मिला. कार्यक्रम में कलाकारों ने थाली नृत्य, ढोल वादन, गेर नृत्य, चंग की थाप, पुष्कर का नगाड़ा बैंड, लाइव म्यूजिक पर कत्थक प्रस्तुतियां दी. फेस्टिवल में जयपुराइट्स और सैलानियों ने लोकगीत, संगीत, खानपान और मनोरंजन का लुत्फ उठाया.

Hawa Mahal Festival
हवामहल फेस्टिवल का आयोजन

पहली बार हुआ हवामहल फेस्टिवल का आयोजन

जयपुर. गुलाबी नगरी में रविवार रात को पर्यटन विभाग की ओर से हवामहल फेस्टिवल का आयोजन किया (Hawa Mahal Festival) गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस मौके पर बड़ी चौपड़ से लेकर जलेबी चौक तक कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. बड़ी चौपड़ से जलेब चौक तक रास्ते में रंग-बिरंगी रोशनी से सजावट की गई. कलाकारों ने शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. हवामहल के सामने आयोजित नाइट फेस्टिवल में काफी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी पहुंचे. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम की जमकर तारीफ की.

पहली बार हवामहल फेस्टिवल का आयोजन: आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के मुताबिक, पर्यटन को बढ़ावा देने के पर्यटन विभाग की ओर से पहली बार हवामहल फेस्टिवल का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह के प्रयास किए जाएंगे. बड़ी चौपड़ से लेकर जलेब चौक और ख्वासजी के रास्ते तक का क्षेत्र रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर रहा.

Hawa Mahal Festival
सीएम ने मनोरंजन का उठाया लुत्फ

दरअसल, हवामहल बाजार के नाम से पहचाने जाने वाले क्षेत्र में जयपुर का सबसे दर्शनीय पर्यटन स्थल हवामहल तो मौजूद है. साथ ही सवाई मानसिंह टाउन हॉल (पुरानी विधानसभा), अयोध्या पोल (जलेब चौक प्रवेश द्वार) क्षेत्र के मंदिर और हवेलियां जयपुर के इस बाजार को हेरिटेज वॉक वे कॉरिडोर का दर्जा देते हैं.

हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने: प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा, 'इस तरह के आयोजनों से शहरवासियों में अपने हैरिटेज के प्रति जागरूकता पैदा होती है. अपने पर्यटन स्थलों के संरक्षण के प्रति उनमें गर्व और जिम्मेदारी का अहसास जागता है.' हवामहल फेस्टिवल के दौरान शहरवासियों समेत विदेशी सैलानी लोक कलाकारों के साथ ताल से ताल मिलाते रहे. हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने.

Hawa Mahal Festival
हवामहल के झरोखे इस दिन साक्षी बने

पढ़ें: मकर संक्रांति 2023 : त्रिग्रही योग में किया गया दान-पुण्य, जयपुर वासियों ने उठाया पतंगबाजी और आतिशबाजी का लुत्फ

नाइट टूरिज्म का विशेष आकर्षण: हवामहल फेस्टिवल के दौरान लोक गीत, संगीत खानपान और मनोरंजन के साधन उपलब्ध रहे, जिसका पर्यटकों ने भरपूर आनंद लिया. रात साढ़े आठ बजे से रात 12 बजे तक चले इस फेस्टिवल के जरिए नाइट टूरिज्म का विशेष आकर्षण देखने को मिला. कार्यक्रम में कलाकारों ने थाली नृत्य, ढोल वादन, गेर नृत्य, चंग की थाप, पुष्कर का नगाड़ा बैंड, लाइव म्यूजिक पर कत्थक प्रस्तुतियां दी. फेस्टिवल में जयपुराइट्स और सैलानियों ने लोकगीत, संगीत, खानपान और मनोरंजन का लुत्फ उठाया.

Hawa Mahal Festival
हवामहल फेस्टिवल का आयोजन
Last Updated : Jan 16, 2023, 11:28 AM IST
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