जयपुर. हालिया चुनाव के दौरान पूरे प्रदेश में राम नाम का जिक्र विधानसभा चुनाव की कैंपेन में रहा. इस दौरान जयपुर की सिविल लाइन सीट पर राम के वंशज और राम के भक्ति के बीच मुकाबला रहा, जहां कांग्रेस से खुद को राम का वंशज बताने वाले प्रतापसिंह खाचरियावास मैदान में थे तो वहीं, राम भक्त होने का दावा करने वाले गोपाल शर्मा भाजपा से उनके सामने थे. गोपाल शर्मा ने कहा कि भाजपा की जीत के पीछे राम का नाम, भारत माता का स्वाभिमान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा रहा. ऐसे में इन तीनों के मुकाबले में कोई और भी होता तो उसे हार का सामना करना पड़ता. गोपाल शर्मा ने कहा कि भाजपा की जीत में जनता की बड़ी भूमिका रही है.
शेखावत की विरासत को जिंदा रखने का दावा : जयपुर की सिविल लाइंन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत काफी करीबी थे. प्रतापसिंह उनके रिश्ते में भतीजे थे तो गोपाल शर्मा ने हमेशा शेखावत का सानिध्य रखा. भैरोंसिंह शेखावत के भतीजे प्रतापसिंह खाचरियावास को हराने के बाद गोपाल शर्मा ने बताया कि राजस्थान की राजनीति और हर काम में भैरोंसिंह शेखावत की भूमिका अमिट है.
भैरोंसिंह शेखावत को बताया अभिभावक : उन्होंने कहा कि शेखावत ने बताया था कि लोकतंत्र में राजस्थान की आवाज कमजोर नहीं है. उन्होंने अपने निजी अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि मैं लगातार शेखावत से मिलता रहा और उनके विचारों को ग्रहण करता रहा. शर्मा ने शेखावत को अपना अभिभावक बताया. उन्होंने कहा कि जनता और उनके सेवक या प्रतिनिधि में माता और पुत्र का संबंध होता है. ऐसे में जनता कैसे खुश हो, यह जनप्रतिनिधि का दायित्व यही होता है.
हिंदुत्व पर कहीं ये बात : राजस्थान विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व और सनातन की बात भी जमकर हुई. भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा राष्ट्र की विचारधारा है और यह सनातन से जुड़ी हुई एक कड़ी है. भारत और इंडिया पर भी इस दौरान उन्होंने खुलकर अपनी बातें रखी. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और सनातन का रिश्ता भारत प्रेम से जुड़ा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी में भी भारत आता है, जो भारत से प्रेम करता है वो सनातन की रक्षा के लिए जरूर लड़ता है.